PATNA : बिहार में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ते चले जा रहे हैं। मंगलवार को बिहार में कोरोना मरीजों की संख्या में विस्फोट हुआ। एक दिन में 130 नये कोरोना संक्रमित मरीजों की पहचान हुई। बिहार में कुल मिलाकर 879 लोगों के कोरोना से संक्रमित होने की पुष्टि हो चुकी है। पटना से लेकर जहानाबाद, खग़ड़िया और पश्चिम चंपारण समेत कई जिलों के हालात बेहद खराब हो गये हैं। इस बीच कुछ आंकड़े सामने आए हैं जो बिहारियों के मजबूत इम्यूनिटी सिस्टम की गवाही दे रहे हैं लेकिन बिहार सरकार को टेस्ट के मामले में फिसड्डी भी साबित कर रहे हैं।
बिहार देश में करोना संकट के मामले में 14 वें पोजिशन पर है। कोरोना का सबसे ज्यादा संकट झेल रहे राज्यों से तुलना करें तो सबसे कम टेस्ट बिहार में ही हुए हैं। बिहार में दस लाख पर मात्र 313 लोगों का टेस्ट हुआ जिसमें 7 लोग पॉजिटिव पाए गए। बिहार की अनुमानित जनसंख्या 11,95,20,000 है। बिहार में कोरोना की मृत्यु दर इन 13 राज्यों में तमिलनाडु के बाद नीचे से दूसरे स्थान पर है। बिहार में 0.72 % है।हालांकि सुखद बात ये है कि रिकवरी में बिहार टॉप तीन राज्यों में है। बिहार में रिकवरी रेट 46.02 फीसदी है जबकि तेलंगाना में 62.79 और राजस्थान में 57.80 प्रतिशत है। रिकवरी के मामले में केरल टॉप पर है।
दिल्ली की आबादी 1.98 करोड है, यहां 10 लाख की आबादी पर अब तक 5355 टेस्ट हुए जिसमें 386 पॉजिटिव पाए गए। जम्मू-कश्मीर की आबादी 1.32 करोड़ है, यहां 10 लाख लोगों में से 4069 टेस्ट हुए जिनमें 71 मरीज मिले। बता दें कि बिहार से ज्यादा मरीज कनार्टक, जम्मू-कश्मीर, तेलंगाना, पंजाब, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, तमिलनाडु, दिल्ली, गुजरात और महाराष्ट्र में हैं।