PATNA : किसी भी समाज या राष्ट्र के विकास में महिलाओं की भूमिका अहम होती है। आज के बदलते परिवेश में महिलाएं एक शक्ति के रुप में उभरकर सामने आई हैं। महिलाएं जिस तरह पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर प्रगति की ओर अग्रसर हो रही हैं, वह समाज के लिए गर्व की बात है।
महिला दिवस की पूर्व संध्या पर ग्वालियर (मध्य प्रदेश) के जानेमाने सिन्धिया कन्या विद्यालय की प्राचार्या निशि मिश्रा ने अपने विचार साझा करते हुए कहा कि महिलाएं समाज की रीढ़ हैं। आज जो भी विकसित देश दुनिया पर राज कर रहे हैं, इसका बहुत बड़ा कारण वहां के समाज में महिलाओं की बराबरी है। उन्होंने कहा कि पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर महिलाएं वहां के राष्ट्र और समाज के विकास में योगदान देती हैं।
भारत में भी इसके लिए समाज के विकासशील तबका को आगे आना होगा। अपने बेटों की तरह उन्हें अपनी बेटियों को भी अच्छी शिक्षा सुलभ करानी होगी। सिंधिया कन्या विद्यालय इस दिशा में काफी कार्य कर रहा है। स्व. राजमाता विजयाराजे सिंधिया द्वारा बालिकाओं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने और उनके बहुमुखी विकास के उद्देश्य से ही विद्यालय की स्थापना की गई थी।
इसका उद्देश्य शिक्षक और शिक्षिकाओं को विभिन्न विषयों के उच्च गुणवत्ता वाले प्रशिक्षण और अन्य एक्टिविटी प्रदान करना भी है। राजमाता के सपनों को साकार करने के लिए हमलोग बच्चियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर की शिक्षा मुहैया करा रहे हैं। बिहार की भी कई बेटियां हमारे स्कूल में पढ़ी हैं और अभी भी पढ़ रही हैं। ये लड़कियां स्कूल से पास आउट होने के बाद राष्ट्र के विकास में अहम योगदान दे रही हैं।
इस मौके पर सिंधिया बॉयज स्कूल के पूर्ववर्ती छात्र और अनूप इंस्टिट्यूट ऑफ ऑर्थोपेडिक एन्ड रेहबलिटेशन,पटना के संचालक डॉ. आशीष सिंह अपनी पत्नी शिल्पी के साथ मौजूद थे। शिल्पी सिंधिया कन्या विद्यालय प्रबन्धन समिति की सदस्य हैं। डॉ. आशीष पटना के जानेमाने जोड़ प्रत्यारोपण सर्जन हैं। दोनों पति-पत्नी ने स्कूल प्रबंधन की काफी सराहना की। इस अवसर पर प्रसूती एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ तथा सिंधिया कन्या विद्यालय की पूर्ववर्ती छात्रा डॉ. मिनी आनंद भी मौजूद थीं।
गौरतलब है कि एक शिक्षाविद के तौर पर निशि मिश्रा कई पुरस्कारों से सम्मानित हो चुकी हैं, जिसमें विशिष्ट सेवा पुरस्कार-2017, प्रधानाध्यापकों के प्रतिष्ठित सीबीएसई राष्ट्रीय पुरस्कार-2018-19 , वर्ष 2020 में इनोवेटिव प्रिंसिपल और 2021 में महिला एवं बाल विकास मंत्रालय (भारत सरकार) द्वारा वीमेन एचीवर एजुकेशन अवार्ड आदि शामिल है।