महिला SP को बिरयानी खाने का किया मन, सिपाही से बोलीं- फ्री में लेकर आओ, अपने इलाके में पैसा कौन देता है, DGP से शिकायत

महिला SP को बिरयानी खाने का किया मन, सिपाही से बोलीं- फ्री में लेकर आओ, अपने इलाके में पैसा कौन देता है, DGP से शिकायत

DESK : जिले की सबसे बड़ी पुलिस पदाधिकारी का एक ऑडियो सामने आया है. जिसमें वह एक सिपाही से मुफ्त में मटन बिरयानी लाने की फरमाइश कर रही हैं. मैडम का यह ऑडियो सिपाही ने वायरल कर दिया है, जिसमें वह फ्री में मटन बिरयानी लाने की बात कह रही हैं. मामला सामने आने के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है. हर तरह तरह-तरह की चर्चाएं चल रही हैं.


मामला देश की नंबर वैन कहे जाने वाली महाराष्ट्र पुलिस से जुड़ा है. दरअसल इन दिनों एसपी के पद पर कार्यरत महिला पुलिस अफसर का एक ऑडियो क्लिप चर्चा का विषय बना हुआ है, जिसमें जिसमें वह एक सिपाही से मुफ्त में मटन बिरयानी लाने की फरमाइश कर रही हैं. डीसीपी की इस डिमांड से तंग आकर सिपाही ने ऑडियो क्लिप के साथ उनकी शिकायत महाराष्ट्र के डीजीपी से कर दी. 


करीब 5 मिनट के इस ऑडियो क्लिप में महिला एसपी मटन बिरयानी, प्रॉन्स और एक नॉनवेज डिश का ऑर्डर देने के लिए पुलिसकर्मी से कह रहीं हैं. उन्हें यह सब कुछ एक अच्छे होटल से चाहिए. डिश ज्यादा तेल-मसाले वाली भी नहीं होनी चाहिए. फोन पर वे निर्देश भी देती हैं कि स्वाद में कोई कमी नहीं होना चाहिए. ऑडियो में वे अपने कर्मचारी से सवाल करती हैं कि अगर होटल अपने इलाके में है, तो खाने के पैसे देने की क्या जरूरत है?


फोन पर बिरयानी मंगाने के दौरान एसपी मैडम कहती हैं कि उन्हें चिकन बिरयानी पसंद है, जबकि उनके पति मटन बिरयानी के शौकीन हैं. वे कहती हैं कि होटल मालिक पैसे मांगे, तो उसकी शिकायत स्थानीय पुलिस स्टेशन के पुलिस इंस्पेक्टर से कर देना. 


इस पूरे मामले को लेकर महाराष्ट्र के गृहमंत्री दिलीप वलसे पाटिल ने इस मामले की जांच के आदेश दे दिया है. आपको बता दें कि इस मामले में गृहमंत्री ने पुणे के पुलिस कमिश्नर को एक सप्ताह में जांच रिपोर्ट पेश करने को कहा है. 


अपने ऊपर लगे गंभीर आरोप को लेकर डीसीपी ने दावा किया कि ऑडियो क्लिप उनका नहीं है और उन्‍हें साजिशन फंसाया जा रहा है. मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि "ऑडियो क्लिप की जांच होनी चाहिए, तभी सच सामने आएगा. यह मेरे खिलाफ बड़ी साजिश है." उन्होंने यह भी दावा किया कि साजिश किसी और ने नहीं बल्कि पुणे पुलिस के एक डीसीपी और पुलिस कर्मचारी ने किया है."