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1st Bihar Published by: Updated Mon, 11 Jan 2021 05:00:15 PM IST
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DESK : स्वस्थ शरीर के लिए बेहद जरूरी होता है संतुलित डाइट. महिलाओं को खास तौर पर अपने डाइट पर ध्यान देना चाहिए, क्योंकि उन्हें पीरियड्स, प्रेग्नेंसी और मेनोपॉज जैसी समस्याओं से गुजरना पड़ता है. ऐसे वक़्त में बॉडी में कई तरह के हार्मोनल बदलाव आते हैं. इस वजह से पुरुषों की तुलना में महिलाओं को ज्यादा पोषण की जरूरत है. महिलाओं के लिए कुछ चीज़े सुपरफ़ूड मानी जाती है और उन फ़ूड को अपने डाइट में शामिल जरुर करना चाहिए.
महिलाओं को लो फैट दही का सेवन करना चाहिए. दही ब्रेस्ट कैंसर के खतरे को कम करता है. इसके प्रमाण मिले हैं कि ये पेट से जुड़ी सारी दिक्कतों को दूर करता है. पुरुषों की तुलना में महिलाओं में पेट से जुड़ी ज्यादा दिक्कतें पाई जाती हैं. दही पेट के अल्सर और वेजाइनल इंफेक्शन के खतरे को कम करने में मदद करता है. इसके अलावा, दही में हड्डियों को मजबूत बनाने वाला कैल्शियम पाया जाता है. ये हर उम्र की महिलाओं के लिए जरूरी है.' महिलाओं को हर दिन ब्रेकफास्ट, लंच या फिर स्नैक में एक कप दही खानी ही चाहिए.
सैल्मन,सार्डिन और मैकेरल मछली अपनी डाइट में जरुर शामिल करनी चाहिए. फैटी फिश को अपने खानों में शामिल करने से दिल की बीमारियां, स्ट्रोक,हाइपरटेंशन, डिप्रेशन,ज्वाइंट पेन और इसके अलावा इंफ्लेमेशन से जुड़ी कई बीमारियों को दूर करती है. इन सबके अलवा ये अल्जाइमर से भी बचाती है.कम से कम हफ्ते में 2-3 बार फैटी फिश जरूर खाएं.
बीन्स फैट में कम और प्रोटीन और फाइबर का एक अच्छा स्रोत है. ये दिल की बीमारियों और ब्रेस्ट कैंसर के खतरे से बचाता है. प्रसिद्ध न्यूट्रिशनिस्ट क्रूस के अनुसार बीन्स महिलाओं में हार्मोन को स्थिर रखता है. क्रूस कहती हैं कि बीन्स महिलाओं के लिए सबसे सेहतमंद चीज है. इंटरनेशनल जर्नल ऑफ कैंसर में छपी स्टडी में शोधकर्ताओं ने पाया कि बीन्स ब्रेस्ट कैंसर के खतरे को कम करता है. बीन्स ना सिर्फ कोलेस्ट्रॉल को कम करता है बल्कि पेरिमेनोपॉज या मेनोपॉज में होने वाले हार्मोन्स में स्थिरता लाता है.
लो फैट मिल्क या ऑरेंज जूस- लो फैट मिल्क या ऑरेंज जूस में पाया जाने वाला विटामिन D कैल्शियम को आंत से अवशोषित करने में हड्डियों की मदद करता है. विटामिन D शरीर को ऑस्टियोपोरोसिस से बचाने में मदद करता है और डायबिटीज, मल्टीपल स्केलेरोसिस और ब्रेस्ट, पेट और ओवरी के ट्यूमर के खतरे को भी कम करता है. ज्यादातर महिलाओं में विटामिन D की कमी होती है. दूध और ऑरेंज जूस के अलावा फैटी फिश भी इसका अच्छा स्त्रोत हैं.
टमाटर में पाए जाने वाले लाइकोपीन को पोषक तत्वों का पावरहाउस कहा जाता है. स्टडीज के मुताबिक, लाइकोपीन ब्रेस्ट कैंसर से बचाता है और ये मजबूत एंटीऑक्सीडेंट भी है जो महिलाओं को दिल की बीमारी से लड़ने में मदद करता है. हाल ही में हुए एक अन्य स्टडी में दावा किया गया है कि टमाटर में पाया जाने वाला लाइकोपीन बढ़ते उम्र के लक्षणों को रोकने में मदद करता है.
ब्लूबेरी, स्ट्रॉबेरी, रास्पबेरी और क्रैनबेरी एंथोसायन जैसा मजबूत एंटी-कैंसर पोषक तत्व पाया जाता है. स्टडीज के मुताबिक ये महिलाओं में ब्रेस्ट और पेट के कैंसर के खतरे को कम कर सकता है. इन बेरीज में विटामिन सी और फोलिक एसिड भी काफी मात्रा में पाया जाता है जो प्रेग्नेंसी में महिलाओं के लिए बहुत जरूरी होता है. इसके अलावा इनमें एंटी-एजिंग तत्व भी पाए जाते हैं. बेरीज महिलाओं में यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन को भी कम करते हैं.