PATNA : जेडीयू विधायक और पूर्व मंत्री महेश्वर हजारी ने विधानसभा उपाध्यक्ष पद के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल कर दिया है. उन्होंने विधानसभा सचिव के सामने आज अपना नामांकन पत्र दाखिल किया. इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ-साथ जेडीयू के एमएलसी संजय गांधी भी मौजूद थे.
विधानसभा उपाध्यक्ष पद के लिए अधिसूचना सोमवार की शाम विधानसभा सचिव ने जारी कर दी थी. आज नामांकन पत्र दाखिल करने का दिन है और समय सीमा खत्म होने के बाद निर्वाचन की घोषणा की जाएगी. इस बात की उम्मीद ना के बराबर है कि उपाध्यक्ष पद के लिए महेश्वर हजारी के खिलाफ कोई उम्मीदवार मैदान में आएगा. विपक्ष ने अब तक के विधानसभा उपाध्यक्ष पद के लिए उम्मीदवार को लेकर कोई घोषणा नहीं की है.
विधानसभा अध्यक्ष का पद पहले ही बीजेपी के पास है. विजय कुमार सिन्हा विधानसभा अध्यक्ष चुने जा चुके हैं और अब विधानसभा उपाध्यक्ष के निर्वाचन की प्रक्रिया चल रही है.
समस्तीपुर कल्याणपुर विधानसभा सीट से महेश्वर हजारी विधायक हैं। निर्वाचन के बाद महेश्वर हजारी बिहार विधानसभा के 17 में उपाध्यक्ष बनेंगे। महेश्वर हजारी के पहले बीजेपी के अमरेंद्र प्रताप सिंह विधानसभा के उपाध्यक्ष रहे हैं हालांकि वह साल 2010 से 2015 के बीच उपाध्यक्ष रहे। साल 2015 से 2020 के बीच कोई भी उपाध्यक्ष नहीं रहा।
साल 2020 में नई विधानसभा का गठन होने के बाद अध्यक्ष की कुर्सी बीजेपी के पाले में गई थी। बीजेपी के विजय कुमार सिन्हा फिलहाल विधानसभा के अध्यक्ष हैं और अब जेडीयू ने उपाध्यक्ष की कुर्सी पर अपना उम्मीदवार देने का फैसला किया है। विधानसभा के सचिव राजकुमार सिंह ने उपाध्यक्ष चुनाव के लिए सोमवार की शाम अधिसूचना जारी की है। महेश्वर हजारी साल 2005 से लगातार निर्वाचित होते रहे हैं। फरवरी और नवंबर 2005 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने जीत हासिल की थी उसके बाद साल 2009 के लोकसभा चुनाव में जीत हासिल कर वह संसद पहुंचे थे। 2014 तक के संसद में रहने के बाद 2015 में वह वापस विधानसभा के लिए निर्वाचित हुए। 2020 के विधानसभा चुनाव में भी उन्होंने जीत हासिल की। पिछली सरकार में वह मंत्री के पद पर भी रहे और अब उन्हें उपाध्यक्ष पद की जिम्मेदारी दी जा रही है।
महेश्वर हजारी से पहले उपाध्यक्ष की कुर्सी पर रहे अमरेंद्र प्रताप सिंह 7 अगस्त 2012 से 14 नवंबर 2015 तक इस पद पर थे। बिहार विधानसभा के पहले उपाध्यक्ष अब्दुल बारी सिद्धकी बने थे।