MUMBAI: महाराष्ट्र में भाजपा के सरकार बनाने से इंकार करने के बाद राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने आज शाम शिवसेना को सरकार बनाने का न्योता दिया है. शिवसेना भाजपा के बाद महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में जीतकर दूसरी पार्टी बनी है. शिवसेना के शर्त के कारण भाजपा सरकार बनाने से पीछे हट गई. शिवसेना ने बीजेपी से कहा था कि महाराष्ट्र में सीएम शिवसेना का होगा. जो यह बीजेपी को मंजूर नहीं था. बीजेपी शिवसेना के साथ सरकार बनाना चाहती थी. लेकिन दोनों दलों में सीएम पद को लेकर विवाद हो गया.
आज भाजपा ने कर दिया था इंकार
विधानसभा चुनाव में भाजपा सबसे बडी पार्टी बनकर उभरी थी. राज्यपाल ने इसी आधार पर बीजेपी को सरकार बनाने का न्योता दिया था. आज शाम कार्यवाहक मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस समेत बीजेपी ने बड़े नेता राज्यपाल से मिलने पहुंचे थे. बीजेपी ने राज्यपाल से कहा है कि उनसे पास विधानसभा में अकेले सरकार बनाने के लिए पर्याप्त संख्या नहीं है और ऐसे में पार्टी अकेले सरकार नहीं बना सकती. इससे पहले महाराष्ट्र में बीजेपी कोर कमेटी की बैठक हुई. बैठक में सरकार बनाने की सारी संभावनाओं पर विचार किया गया. लेकिन पार्टी ने पाया कि शिवसेना के रूख के बाद उनके पास बहुमत जुटाने का कोई रास्ता नहीं बचा है. इसके बाद देवेंद्र फडणवीस समेत विनोद तावड़े, पंकजा मुंडे और चंद्रकांत पाटिल राज्यपाल से मुलाकात करने राजभवन पहुंचे.
शिवसेना-बीजेपी एक साथ लड़ी थी चुनाव
महाराष्ट्र में हुए विधानसभा चुनाव में शिवसेना के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ी बीजेपी को बहुमत मिला है लेकिन सीएम पद को लेकर दोनों दलों के बीच तलवारें खिंच चुकी हैं. इसके कारण अब तक राज्य में सरकार का गठन नहीं हो सका है. वहीं आज शिवसेना के विधायकों के साथ शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे की बैठक की. उन्हेंने पार्टी विधायकों से दो टूक कहा है कि अब हम पालकी नहीं उठाएंगे नहीं बल्कि इस बार शिवसैनिक खुद उस में बैठेंगे. ठाकरे ने होटल रीट्रीट में अपने विधायकों को संबोधित करते हुए ये एलान किया. उधर शिवसेना विधायकों ने अब सीएम पद के लिए आदित्य ठाकरे की जगह उद्धव का नाम आगे कर दिया है. पार्टी को लग रहा है कि उद्धव ठाकरे के नाम पर उसे सरकार बनाने के लिए समर्थन जुटाने में सहायता मिलेगी.