CHHAPRA : देश में बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी समेत अन्य मुद्दों पर केद्र सरकार को घेरने के लिए जेडीयू सड़क पर उतरेगी। आने वाले 27 सितंबर को जेडीयू राज्य के सभी जिला मुख्यालयों में सतर्कता एवं जागरूकता मार्च का आयोजन करेगी। जेडीयू ने आरोप लगाया है कि केंद्र की सरकार ज्वलंत मुद्दों से जनता का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है। जेडीयू के इस आरोप का बीजेपी नेता सुशील मोदी ने जवाब दिया है। सुशील मोदी ने कहा है कि सभी पार्टियों को अपना कार्यक्रम करने का अधिकार है लेकिन जहां तक महंगाई का सवाल है वह सिर्फ भारत में ही नहीं है बल्कि बड़े-बड़े देश भी महंगाई के दौर से गुजर रहे हैं।
दरअसल, बीजेपी के राज्यसभा सांसद और बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी बुधवार को एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए छपरा पहुंचे थे, जहां उन्होंने जेडीयू के आरोपों का जवाब दिया। उन्होंने कहा कि देश में सभी पार्टियों को अपना कार्यक्रम करने का अधिकार है लेकिन जहां तक महंगाई का सवाल है तो वह सिर्फ भारत में ही नहीं है बल्कि अमेरिका, यूरोप और इंगलैंड भी 40 साल के सर्वोच्च महंगाई के दौर से गुजर रहा है। उन्होंने एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि अमेरिया में महंगाई के कारण 63 फीसदी लोग सो नहीं पा रहे हैं। अमेरिका जो कि दुनिया का सबसे ताकतवर देश है वह भी महंगाई के दौर से गुजर रहा है।
उन्होंने कहा कि भारत में जो महंगाई है वह आयातित महंगाई है। देश में कच्चा तेल दूसरे देशों से आयात होता है। जिन लोगों ने 60 सालों तक राज किया वे तेल के मामले में आत्मनिर्भर नहीं हो पाए। आझ रूस और यूक्रेन युद्ध के कारण अंतर्राष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमते बढ़ गई हैं। भारत में खाद्य तेल भी आयात किया जाता है। दुनिया में सबसे ज्यादा तेल भारत खाने में इस्तेमाल करता है। 60 फीसदी खाद्य तेल बाहरी देशों से आयात किया जाता है। आज पूरी दुनिया के अंदर खाद्य तेल का संकट उत्पन्न हो गया है। क्रूड ऑयल, गेंहू, खाद्य तेल का संकट पूरी दुनिया में है इसके बावजूद नरेंद्र मोदी की सरकार ने भारत में महंगाई को नियंत्रित किया है।
सुशील मोदी ने कहा कि पेट्रोल-डीजल के मूल्यों में पिछले डेढ़ साल में 15 से 16 रुपया प्रति लीटर दाम कम हुआ है। आगे भी जरूरत के हिसाब से सरकार पेट्रोल-डीजल का दाम कम करने की कोशिश करेगी। केंद्र की सरकार ने महंगाई को एक चुनौती के रूप में लिया है। देश में आयातित महंगाई होने के बावजूद सरकार उसे कंट्रोल करने की दिशा में लगातार काम कर रही है। उन्होंने कहा कि सिर्फ नरेंद्र मोदी की सरकार ही है जो महंगाई को नियंत्रित कर सकती है। यूपीए वन और टू के कार्यकाल में महंगाई डबल डिजिट पर पहुंच गई थी। चाहे महंगाई हो, कोविड का संकट हो या अन्य कोई भी संकट देश की जनता को सिर्फ और सिर्फ नरेंद्र मोदी पर भरोसा है।