RANCHI: पहले से ही महंगाई की मार झेल रहे झारखंड के लोगों को दोहरी मार झेलनी पड़ रही है। झारखंड में 1 जून से बिजली महंगी हो गई है। चार साल के बाद कंज्यूमर्स को बिजली का जोरदार झटका लगा है। आम ग्राहकों के लिए प्रति यूनिट पांच पैसे तक की बढ़ोतर की गई है जबकि फिक्स चार्ज में भी बढ़ोतरी हुई है। औद्योगिक क्षेत्र की बिजली दरों में भी भारी इजाफा किया गया है।
1 जून से झारखंड के शहरी और ग्रामीण इलाकों के लिए लागू नई टैरिफ के मुताबिक शहरी उपभोक्ताओं के लिए फिक्स चार्ज में 25 रुपए जबकि ग्रामीण क्षेत्र के उपभोक्ताओं के लिए फिक्स चार्ज में 30 रुपए का इजाफा किया गया है। रेलवे और मिलिट्री सर्विस की बिजली महंगी हो गयी है। औद्योगिक क्षेत्र की बिजली दरों में भी भारी इजाफा किया गया है। इंडस्ट्रीज सप्लाई बिजली दर में 15 पैसे की बढ़ोतरी की गयी है। वहीं हाईटेंशन स्पेशल सर्विस की बिजली 35 पैसे सस्ती की गयी है।
कृषि कार्य के लिए उपभोक्ताओं को आयोग की तरफ से राहत दी गई है। कृषि कार्य के लिए उपयोग में लाई जाने वाली बिदली की दरों में कोई इजाफा नहीं किया गया है हालांकि फिक्स चार्ज को दो गुना यानी 20 रुपए से बढ़ाकर 40 रुपए कर दिया गया है। आयोग के मुताबिक JBVNL ने 17 फीसदी तक बढ़ोतरी का प्रस्ताव दिया था, लेकिन उसमें केवर 6.5 प्रतिशत तक बढ़ोतरी की ही मंजूरी दी गई है। पूरे राज्य में 1 जून 2023 से इसे प्रभावी माना जाएगा।
झारखंड विद्युत नियामक आयोग के चेयरमैन जस्टिस अमिताभ कुमार गुप्ता, तकनीकी सदस्य अतुल कुमार और विधि सदस्य महेंद्र प्रसाद ने गुरुवार को बताया कि यह मल्टी टैरिफ है।वित्तीय वर्ष 2022-23, 2023-24 को मिलाकर बिजली दरों में यह बढ़ोतरी की गयी है। बता दें कि 31 मई तक झारखंड में वित्तीय वर्ष 2019-20 का टैरिफ ही लागू था। कोरोना महामारी और अन्य कारणों से पिछले चार साल से झारखंड में बिजली दर नहीं बढ़ाए गए थे लेकिन अब नया बिजली दर लागू कर दिया गया है।