मासूमों की मौत पर मदन मोहन झा का बेशर्म बयान, संवेदना को कहां गिरवी रख आये प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष!

मासूमों की मौत पर मदन मोहन झा का बेशर्म बयान, संवेदना को कहां गिरवी रख आये प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष!

PATNA : मुजफ्फरपुर में AES से 170 बच्चों की मौत पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मदन मोहन झा का संवेदनहीन और बेशर्म बयान सामने आया है. बच्चों की मौत पर भरपूर सियासत करने वाले कांग्रेसी नेता से जब ये पूछा गया कि वे पीड़ित परिवारों को देखने क्यों नहीं गये तो उनकी सियासत की कलई खुल गयी. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि क्या उनके वहां जाने से बच्चे जिंदा हो जाते. सवाल ये है कि क्या विधानसभा के बाहर कांग्रेसी विधायकों के प्लेकार्ड्स लहराने से बच्चों की जान बच रही है? कहां से लाते हैं इतनी संवेदनहीनता दरअसल, AES पीड़ित बच्चों की लगातार मौत होती रही और कांग्रेसी नेता ट्वीटर पर पॉलिटिक्स करते रहे. बिहार में उनके गठबंधन के मुखिया तेजस्वी प्रसाद यादव भी गायब थे. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मदन मोहन झा से आज मीडिया ने पूछा-आपकी पार्टी के लोग या तेजस्वी यादव पीडित परिवारों के आंसू पोंछने या उनके प्रति संवेदना जताने मुजफ्फरपुर क्यों नहीं गये. तपाक से जबाव आया-क्या हमारे या तेजस्वी यादव के जाने से बच्चे जिंदा हो जाते. https://www.youtube.com/watch?v=GL5yEINMXr4 कुशवाहा के आंदोलन पर भी वही जबाव मुजफ्फरपुर में बच्चों की मौत को सरकारी लापरवाही का नतीजा बताकर उपेंद्र कुशवाहा आंदोलन कर रहे हैं. मुजफ्फरपुर में आज उनकी पार्टी का धरना है. धरना में राजद या कांग्रेस का कोई नेता शामिल नहीं हो रहा है. मीडिया ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष से पूछा-आप इस आंदोलन में साथ क्यों नहीं है. जबाब फिर से वही आया. क्या हमारी एकजुटता से बच्चे जिंदा हो जायेंगे.. तो क्या विधानसभा में प्रदर्शन से बचेगी जान मीडिया के लोग मदन मोहन झा से ये पूछना चाह रहे थे कि क्या विधानसभा के बाहर प्लेकार्ड्स लहराने से बच्चों की जान बच रही है. दरअसल कल विधानसभा का सत्र शुरू होने के साथ ही कांग्रेसी विधायकों ने बच्चों की मौत को लेकर प्लेकार्ड्स लहराये और नारेबाजी की. शायद कांग्रेस को ये लग रहा हो कि प्लेकार्ड्स लहराने से बच्चे फिर से जिंदा हो रहे हैं..