PATNA: विधानसभा की कार्यवाही से बीजेपी विधायक लखेंद्र पासवान के निलंबन का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। बीजेपी विधायक के निलंबन को वापस लेने की मांग को लेकर भाजपा विधायकों ने सदन का बहिष्कार कर दिया है और सदन के बाहर धरना दे रहे हैं। बीजेपी का आरोप है कि सदन के अंदर लोकतांत्रिक मूल्यों का हनन किया जा रहा है और स्पीकर सत्ता पक्ष के सदस्य के रूप में काम कर रहे हैं। पूर्व मंत्री और बीजेपी विधायक जीवेश मिश्रा ने कहा है कि सत्ता पक्ष की तरफ से लोकतंत्र को कुचलने की कोशिश की जा रही है। स्पीकर अगर सत्ता पक्ष के तोता हो जाएंगे तो लोकतंत्र खतरे में आ जाएगा।
बीजेपी विधायक जीवेश मिश्रा ने कहा कि सत्ता पक्ष के लोगों ने सदन के भीतर एक अलग तरह का आचरण पेश किया और लोकतांत्रिक मूल्यों का हनन किया है। विधानसभा के अध्यक्ष ने निष्पक्षता पर दाग लगाने का काम किया है। सदन में सत्ता पक्ष के विधायक गाली देते हुए बेल में उतर गए थे लेकिन स्पीकर की तरफ से उनको खेत प्रकट करने के लिए भी नहीं करा गया। सिर्फ बीजेपी विधायक का वीडियो दिखा जा रहा है और जिस आरजेडी के विधायक ने सदन में गाली गलौज की उसका वीडियो नहीं दिखाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि सत्ता पक्ष के लोग जिस तरह से बेल में मारपीट करने के लिए उतर गए थे लेकिन मार्शल की तत्परता से मारपीट की नौबत नहीं आई। सत्ताधारी दल के लोग जानबूझकर इस तरह का वातावरण बना रहे हैं, ये लोकतंत्र के लिए कही से भी ठीक नहीं है। स्पीकर विधानसभा के कस्टोडियन होते हैं लेकिन वे हमेशा सत्ता पक्ष के सदस्य की तरह कार्रवाई करते हैं। सदन में नेता प्रतिपक्ष का माइक बंद कर दिया जाता है। विपक्ष के सदस्य जैसे ही सवाल करना शुरू करते हैं उनका माइक बंद कर दिया जाता है। स्पीकर अगर सत्ता पक्ष के तोता हो जाएंगे तो लोकतंत्र खतरे में आ जाएगा।