MUMBAI: विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A की बैठक मुंबई में 31 अगस्त और 01 सितंबर को होनी है। बैठक में इंडिया गठबंधन का LOGO जारी किया जाएगा और संयोजक की घोषणा होगी। वही बसपा सुप्रीमो मायावती ने बैठक के एक दिन पहले ही यह क्लियर कर दिया है कि 2024 का लोकसभा चुनाव में बसपा किसी के साथ गठबंधन नहीं करेगी।
मायावती ने कहा कि बसपा 5 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव और 2024 के लोकसभा चुनाव अकेले लड़ेगी। विपक्षी गठबंधन इंडिया की मुंबई में होने वाली बैठक से पहले ही मायावती ने यह ऐलान किया है। मायावती ने साफ तौर पर कह दिया कि उनकी पार्टी बसपा I.N.D.I.A का हिस्सा नहीं बनेगी। मायावती के इस बयान के बाद अब सब कुछ साफ हो गया है कि मायावती ने अपना रास्ता अलग चुन लिया है।
मायावती ने ट्विटर पर लिखा कि NDA और I.N.D.I.A गठबंधन अधिकतर गरीब-विरोधी, जातिवादी, सांप्रदायिक, धन्नासेठ-समर्थक और पूंजीवादी नीतियों वाली पार्टियां हैं। जिनकी नीतियों के विरुद्ध BSP संघर्ष कर रही है। इसीलिए इनसे गठबंधन करके चुनाव लड़ने का सवाल ही पैदा नहीं होता। अतः मीडिया से अपील-नो फेक न्यूज प्लीज़।
मायावती ने आगे लिखा कि BSP विरोधियों के जुगाड़, जोड़तोड़ से ज्यादा समाज के टूटे हुए करोड़ों उपेक्षितों को आपसी भाईचारा के आधार पर जोड़कर उनके गठबंधन से साल 2007 की तरह अकेले आगामी लोकसभा, विधानसभा का आम चुनाव लडे़गी। मीडिया बार-बार भ्रांतियां न फैलाए।
मायावती ने कहा कि वैसे तो बीएसपी से गठबंधन के लिए यहाँ सभी आतुर, किन्तु ऐसा न करने पर विपक्षी द्वारा खिसयानी बिल्ली खंभा नोचे की तरह भाजपा से मिलीभगत का आरोप लगाते हैं। इनसे मिल जाएं तो सेक्युलर न मिलें तो भाजपाई। यह घोर अनुचित तथा अंगूर मिल जाए तो ठीक वरना अंगूर खट्टे हैं, की कहावत जैसी।
बसपा सुप्रीमों ने कहा कि बीएसपी से निकाले जाने पर सहारनपुर के पूर्व विधायक कांग्रेस व उस पार्टी के शीर्ष नेताओं की प्रशंसा में व्यस्त हैं, जिससे लोगों में यह सवाल स्वाभाविक है कि उन्होंने पहले यह पार्टी छोड़ी क्यों और फिर दूसरी पार्टी में गए ही क्यों? ऐसे लोगों पर जनता कैसे भरोसा करे? मायावती ने इस दौरान रक्षा बंधन की शुभकामनाएं दी है। उन्होंने कहा कि देश व दुनिया में रहने वाले सभी भारतीय भाई-बहनों एवं उनके परिवार वालों को रक्षाबंधन पर्व की हार्दिक बधाई तथा उनके खुशहाल जीवन की शुभकामनायें।