लॉकडाउन का तीसरा चरण आज से शुरू, बिहार में छूट को भूल जाइए.. कर्फ्यू जैसे हालात रहेंगे

लॉकडाउन का तीसरा चरण आज से शुरू, बिहार में छूट को भूल जाइए.. कर्फ्यू जैसे हालात रहेंगे

PATNA : कोरोना महामारी के कारण देश में लॉकडाउन का तीसरा चरण आज से शुरू हो गया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय की गाइडलाइन के मुताबिक देश भर में अब जोन के आधार पर छूट का दायरा तय किया गया है। बिहार सरकार ने रविवार को ही तय कर दिया था कि राज्य के अंदर केवल रेड और ऑरेंज जोन ही रहेंगे। केंद्रीय गृह मंत्रालय के मुताबिक राज्य सरकारें खुद जोन का निर्धारण कर सकती हैं। बिहार में लॉकडाउन के तीसरे चरण के अंदर छूट उम्मीद बेकार साबित हुई है। 


बिहार के गृह विभाग ने रेड और ऑरेंज जोन में छूट को लेकर रविवार को ही सरकारी आदेश जारी किया था। बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने सरकारी आदेश के तुरंत बाद यह साफ कर दिया कि जो लोग भी बिहार में लोक डाउन के तीसरे चरण के अंदर छूट की उम्मीद लगाए बैठे हैं उन्हें यह समझ लेना चाहिए कि बिहार में पहले जैसे ही प्रतिबंध लागू रहेंगे। आम लोगों को कोई भी राहत नहीं होगी। गुप्तेश्वर पांडे ने स्पष्ट तौर पर कहा कि लॉकडाउन के पहले चरण और तीसरे चरण में बहुत फर्क नहीं होगा। ऑरेंज जोन के कुछ इलाकों में छूट दी जाएगी। इसके अलावे पहले की तरह दुकानें, सैलून पार्लर, पान दुकान, चाय स्टॉल, रेस्टोरेंट, मॉल, सिनेमा हॉल, स्कूल, कोचिंग, मंदिर, मस्जिद सभी बंद रहेंगे। पास के साथ बाइक पर केवल एक व्यक्ति को जाने की इजाजत होगी। एक जिले से दूसरे जिले में जाना असंभव होगा। केवल मेडिकल इमरजेंसी के दौरान ही किसी को एक जिले से दूसरे जिले में जाने की इजाजत दी जाएगी। डीजीपी ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि राज्य के बाहर से आने वाले लोगों को हर हाल में क्वारन्टीन किया जाएगा। डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने यह भी कहा है कि बिहार में सुबह 7 बजे से लेकर शाम 7 बजे तक का हालात कर्फ्यू जैसे ही रहेंगे।


गुप्तेश्वर पांडे ने स्पष्ट कर दिया है कि जो लोग लॉकडाउन के नए चरण में छूट की उम्मीद लगाए बैठे हैं उन्हें कन्फ्यूजन में नहीं रहना चाहिए। डीजीपी ने कहा है कि कई जगहों पर पुलिस के ऊपर हमले हो रहे हैं और इस मामले में अब कड़ी कार्रवाई की जा रही है। बिहार के लोगों को यह समझना चाहिए कि यह सब उनके लिए किया जा रहा है। ऐसे में सबको सहयोग करने की आवश्यकता है। उसने कहा है कि बिहार के बाहर से आने वाले प्रवासियों की तादाद बढ़ी हुई है और ऐसे में कोई रियायत देने से खतरा और बढ़ सकता है।