PATNA : रेलवे में नौकरी के बदले जमीन घोटाले मामले में आज लालू राबड़ी और उनकी बेटी मीसा भारती राउज रेवेन्यू कोर्ट में पहुंचे हैं। इनके अलावा कुल 14 लोगों को दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश होना है। वहीं, लालू के कोर्ट में पेशी के साथ ही बिहार की सियासत गर्म हो गई है। बिहार की सत्ता में काबिज दलों के तरफ से इसका विरोध जताया जा रहा है। इस बीच अब इस पूरे मामले को लेकर माले विधायक संदीप सौरव का बड़ा बयान सामने आया है।
माले विधायक संदीप सौरभ ने कहा कि, पूरे देश में सीबीआई और ईडी ना सिर्फ केंद्र सरकार का तोता बन गई है बल्कि केंद्र सरकार का एक सहयोगी संगठन बनकर काम कर रही है। भाजपा आगामी लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी दलों को डराने के लिए सीबीआई और ईडी को आगे कर रही है। लेकिन शायद उन्हें मालूम नहीं कि यह बिहार की धरती है और वो बिहार के नेता हैं। जब पूरे देश में ऑपरेशन लोटस चल रहा था तब बिहार में उनको सत्ता से दूर कर दिया गया तो अभी तो विपक्ष काफी मजबूत है । ऐसे में वो कहीं टिक नहीं पाएंगे।
दरअसल, विशेष न्यायाधीश गीतांजलि गोयल ने 27 फरवरी को लालू प्रसाद, राबड़ी देवी और उनकी बेटी मीसा भारती समेत सभी आरोपियों को समन जारी किया था और उन्हें 15 मार्च को अदालत में पेश होने का निर्देश दिया गया था। जिसके बाद अब आज ये लोगों को कोर्ट पहुंचे हैं। इनलोगों के ऊपर रेलवे में नौकरी के बदले जमीन हड़पने के कथित आरोपों को लेकर सीबीआई ने मामला दर्ज किया था।
आपको बताते चलें कि, यह मामला लालू यादव के साल 2004 से 2009 तक के रेल मंत्री के कार्यकाल का है। उस वक्त बगैर किसी विज्ञापन के कई लोगों को रेलवे में ग्रुप D पद पर नौकरी दी गई। आरोप है कि नौकरी देने के बदले उनके या परिवार के सदस्यों से जमीन लिखवाई गई। ये जमीन राबड़ी देवी, मीसा भारती, हेमा यादव और दिल्ली की एके इंफोसिस्टम प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के नाम पर 5 सेल डीड और 2 गिफ्ट डीड के जरिए ट्रांसफर की गई।