भोला यादव ने लालू से सीखी है ग्राउंड पॉलिटिक्स, क्वारेंटाइन सेंटर पहुंचने वाले इकलौते विधायक

भोला यादव ने लालू से सीखी है ग्राउंड पॉलिटिक्स, क्वारेंटाइन सेंटर पहुंचने वाले इकलौते विधायक

PATNA : आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बेहद खास भोला यादव ने लालू से जमीन की सियासत का अंदाज बखूबी सीखा है। आरजेडी विधायक भोला यादव अपने नेता लालू यादव की तरह ग्राउंड पॉलिटिक्स की समझ रखते हैं और यही वजह है कि एक तरफ जहां कोरोना महामारी के बीच तमाम सांसद और विधायक भीड़-भाड़ से परहेज कर रहे हैं। वहीं भोला यादव अपने विधानसभा क्षेत्र के क्वारेंटाइन सेंटर का जायजा ले रहे हैं। 

भोला यादव बिहार की राजनीति में किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। लालू यादव के साथ हर वक्त साए की तरह रहने वाले भोला यादव को आरजेडी ने पहली बार विधान परिषद भेजा था लेकिन बाद में 2015 के विधानसभा चुनाव में वह जनता के द्वारा सीधे चुनकर सदन पहुंच गए। लालू यादव चाहे सत्ता के शीर्ष पर रहे हो या फिर उनके सितारे गर्दिश में रहे दोनों परिस्थितियों में भोला यादव अपने नेता के साथ हमेशा खड़े दिखे हैं। चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता लालू यादव रिम्स में इलाजरत हैं। लालू से मुलाकात करने वालों की लिस्ट में सबसे ज्यादा बार भोला यादव का नाम नजर आता है। खुद लालू परिवार से लेकर पार्टी तक के बीच अगर कोई मैसेज देना चाहते हैं तो वह भोला यादव को ही याद करते हैं। आरजेडी सुप्रीमो को नजदीक से ऑब्जर्व करने वाले भोला यादव उन्हीं के अंदाज में जनता से जुड़कर सियासत करते हैं।

कोरोना महामारी के बीच भोला यादव अपने विधानसभा क्षेत्र बहादुरपुर में लगातार क्वारेंटाइन सेंटर का मुआयना कर रहे हैं। इस दौरान उन्होंने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी किया है। भोला यादव सरकार की तरफ से क्वारेंटाइन सेंटर में किए गए इंतजामों का जायजा ले रहे हैं। उनके विधानसभा क्षेत्र में आए प्रवासी बिहारियों को क्वारेंटाइन सेंटर में कोई परेशानी है या नहीं इसे लेकर सीधा संवाद कर रहे हैं। भोला यादव वह सब कुछ कर रहे हैं जो अब तक बिहार के ज्यादातर सांसदों और विधायकों ने नहीं किया है। सत्ता में बैठे राजनेता बंद कमरों से आदेश जारी कर रहे हैं और विपक्ष ड्राइंग रूम पॉलिटिक्स करने में व्यस्त है लेकिन लालू के इस खासम खास ने जमीन पर उतर कर जनता का दुख तकलीफ जाना है। भोला यादव ने अपने विधानसभा क्षेत्र के बहादुरपुर प्रखंड के देकुली चट्टी, डगरशाम, पिंगी, बरूआरा, दाईंग, खैरा, उघरा एवं रामभद्रपुर गाँवों में बने नए कोरेन्टाइन सेन्टर का जायजा लिया।  प्रवासी मजदूरों से मिलकर उनका हालचाल जाना एवं उनके ठहरने एवं खान पान के लिए समुचित व्यवस्था करने के लिए प्रशासन को जरुरी दिशानिर्देश दिया।