PATNA: सुपौल के वीरपुर में 4 युवकों की संदिग्ध मौत का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। घटना से गुस्साएं लोगों ने डीएसपी की गाड़ी को क्षतिग्रस्त कर दिया और पुलिस पर पथराव कर हमला बोला। लोगों के आक्रोश को देखते हुए शांत कराने की कोशिश की गयी। इस दौरान पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे लोगों पर लाठी चार्ज किया और आंसू गैस के गोले भी दागे। इस घटना से इलाके में हड़कंप मचा हुआ है। वीरपुर की इस घटना को लेकर बीजेपी ने सरकार और पुलिस प्रशासन पर हमला बोला है। बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि इस मामले की जांच होनी चाहिए और जो भी दोषी हैं उन्हें बख्शा नहीं जाना चाहिए।
मीडिया से बातचीत करते हुए विजय सिन्हा ने कहा कि सुपौल के वीरपुर में 4 लोगों की संदिग्ध मौत पर बवाल मचा हुआ है। आक्रोशित लोगों का कहा है कि पुलिस हत्या को दुर्घटना बता रही हैं। जबकि यह मर्डर का मामला है। विजय सिन्हा ने सरकार और पुलिस से सच को उजागर किए जाने की बात कही। कहा कि यदि चारों युवकों की हत्या हुई है तो त्वरित कार्रवाई कीजिए। मृतकों ने जो फुलपैंट पहना है वो उल्टा है। जिससे कहीं ना कहीं यह लग रहा है कि सच को छिपानी की कोशिश की जा रही है। शासन आता और जाता रहता है लेकिन प्रशासन ईमानदारी के साथ अपने कर्तव्यो का निर्वहन करे। जब ईमानदारी से न्याय की बात होगी तब भला क्यों लोग विरोध में खड़े होंगे।
वहीं इस दौरान राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और सीएम नीतीश पर हमला बोलते हुए विजय सिन्हा ने कहा कि बड़े भाई और छोटे भाई हमेशा सहारा लेकर चलने वाले लोग रहे है। जिनकी अपने बलबुते सरकार बनाने की ताकत नहीं है। जो दूसरों के सहारे अपनी बैतरनी पार करने की जुगाड़ में लगे रहते है। जो अपने राज्य में अपनी ताकत से सरकार नहीं बना सके वो प्रधानमंत्री बनने का सपना कैसे साकार करेंगे। छोटे दिल के लोगों का सपना कभी साकार नहीं होगा। उनकों यह पता चल गया है कि बिहार में वे जहां से भी खड़े होंगे उनकी हार निश्चित है। इसलिए नीतीश कुमार बिहार से भयभीत है इसलिए यूपी में किस्मत आजमाने निकले है। बिहार अब अपने अपमान का बदला लेगा। इन दोनों भाइयों से चुनावी वोट के माध्यम से बदला लेगा। नीतीश कुमार को जाति के आगे कुछ नहीं नजर आता है। ये दोनों भाई तुष्टिकरण की राजनीति करते हैं।