क्या गिरफ्तार होंगे तेजस्वी यादव? CBI ने भेजा है दूसरा समन, घर से मोटी रकम की बरामदगी के बाद खतरा बढ़ा

क्या गिरफ्तार होंगे तेजस्वी यादव? CBI ने भेजा है दूसरा समन, घर से मोटी रकम की बरामदगी के बाद खतरा बढ़ा

PATNA: बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी प्रसाद यादव गहरी मुसीबत में फंसते नजर आ रहे हैं. शुक्रवार को उनके दिल्ली स्थित आवास से ईडी की टीम ने मोटी रकम की बरामदगी की थी. वहीं सीबीआई ने दूसरी दफे उन्हें पूछताछ के लिए हाजिर होने का समन भेजा है. जमीन के बदले रेलवे में नौकरी देने के मामले के साथ साथ IRCTC टेंडर घोटाले में सीबीआई और ईडी की जांच जिस तेज गति से आगे बढ़ रही है, उससे तेजस्वी यादव की मुसीबतें खासी बढती हुई नजर आ रही है.


सीबीआई का दूसरा समन

बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को सीबीआई ने दूसरा समन भेजा है. तेजस्वी यादव को सीबीआई ने जमीन के बदले नौकरी मामले में तेजस्वी यादव को पूछताछ के लिए बुलाया है. इस मामले में लालू यादव और उनका पूरा परिवार सीबीआई की जांच के घेरे में है. सीबीआई ने 4 फरवरी को ही तेजस्वी यादव पूछताछ के लिए बुलाया था. तेजस्वी ने विधानसभा सत्र का हवाला देते हुए उस दिन हाजिर होने से मना कर दिया था. हालांकि इस बीच तेजस्वी लगातार दिल्ली आते-जाते रहे. सीबीआई ने उन्हें दूसरा समन भेज 11 मार्च को पूछताछ के लिए दिल्ली स्थित अपने दफ्तर में आने को कहा है. फर्स्ट बिहार को लालू परिवार के करीबियों से मिली जानकारी के मुताबिक तेजस्वी आज भी सीबीआई दफ्तर नहीं आएंगे.


मनीष सिसोदिया जैसा हो सकता हाल

सीबीआई सूत्रों के मुताबिक तेजस्वी यादव के खिलाफ काफी सबूत मिले हैं. दिल्ली के न्यू फ्रेंडस कॉलोनी स्थित जिस घर में तेजस्वी यादव रहते हैं, वह घर ए के इन्फोसिस्टम नाम की कंपनी के नाम से रजिस्टर्ड है. ए के इंफोसिस्टम का नाम रेलवे के लैंड फॉर जॉब घोटाले में पहले से आ चुका है. दिल्ली के सबसे पॉश इलाकों में से एक न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी का ये आलीशान मकान शुरू से ही केंद्रीय जांच एजेंसियों की निगाहों में रहा है. लालू परिवार की कई कंपनियों का रजिस्टर्ड पता यही मकान रहा है. तेजस्वी यादव दिल्ली के इसी मकान में रहते हैं. सूत्रों के मुताबिक सीबीआई और ईडी दोनों को तेजस्वी यादव के इस घर औऱ लैंड फॉर जॉब मामले में संलिप्तता के सबूत मिले हैं.


सीबीआई सूत्रों के मुताबिक तेजस्वी यादव के लैंड फॉर जॉब घोटाले के साथ साथ आईआरटीसी टेंडर घोटाले में शामिल होने के सबूत मिले हैं. लिहाजा उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया जा रहा है. लेकिन वे जांच एजेंसी द्वारा भेजे जा रहे समन के बावजूद हाजिर नहीं हो रहे हैं. इससे ये लग रहा है कि वे जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं. बता दें कि दिल्ली के पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को भी इसी आरोप में गिरफ्तार किया गया था कि वे शराब घोटाले की जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं.


घर से कैश औऱ गहनों की बरामदी के बाद खतरा और बढ़ा

उधर, शुक्रवार को ईडी की रेड ने तेजस्वी यादव पर खतरे को और बढा दिया है. ईडी सूत्रों के मुताबिक शुक्रवार को जब न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी स्थित मकान पर रेड डाली गयी तो वहां से 52 लाख रूपये कैश के साथ साथ बड़ी तादाद में सोना  बरामद किया गया है. तेजस्वी यादव को ये बताने को कहा गया है कि इतनी बड़ी मात्रा में पैसे कहां से आये. उनसे सोने-चांदी के बारे में भी जानकारी मांगी गयी है. सूत्रों के मुताबिक अगर तेजस्वी यादव ये हिसाब नहीं दे पाते हैं कि कैश औऱ जेवरात का श्रोत क्या है तो वे एक औऱ मुसीबत में प़डेंगे.


बता दें कि रेलवे के टेंडर घोटाले में अभियुक्त तेजस्वी यादव की बेल को रद्द कराने के लिए सीबीआई ने पहले भी कोर्ट में अर्जी लगायी थी. सीबीआई ने कोर्ट को कहा था कि तेजस्वी यादव खुलेआम जांच करने वाले अधिकारियों को धमकी दे रहे हैं. हालांकि कोर्ट से तेजस्वी को राहत मिली थी, लेकिन उन्हें अपनी जुबान पर काबू रखने की नसीहत दी गयी थी.