कोशी की सबसे बड़ी देव दीपावली, 11 हज़ार दीपों से रौशन हुआ सौर तट

कोशी की सबसे बड़ी देव दीपावली, 11 हज़ार दीपों से रौशन हुआ सौर तट

PURNEA :  आज श्रीराम सेवा संघ के द्वारा देव दीपावली धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन संध्या 05  45 बजे किया प्रारम्भ किया गया. प्रतिवर्ष की भांति इस बार भी यह आयोजन ईश्वरीय प्रारूप के साथ भक्तिभाव की वर्षा के बीच सम्पन्न किया गया. इस बार कोरोना के असर के कारण श्रीराम सेवा संघ के सदस्यों द्वारा सेनेटाइजेशन व मास्क की आवश्यक व्यवस्था की गई. लोगों के बिना मास्क पहने अंदर प्रवेश वर्जित था. संघ के सदस्यों द्वारा लोगों के हाथों को सेनिटाइजर से सुरक्षित किया जा रहा था. 


बनारस और हरिद्वार से आए हुए  विद्वजन पुरोहितों द्वारा महाआरती को सम्पन्न करवाया गया. कार्यकर्ताओं की एक टोली विशेष रूप से शोशल डिस्टेन्स का पालन करवाने में निरंतर लगे थे. भगवा पताको से सजी घाट के साथ पांच विशेष रूप से सजी हुई चौकी सौरा नदी तट का आकर्षण बढ़ा रही थी. पीताम्बरीपुष्प और रंगीन बल्बों से पूरे मंदिर को इस तरह सजाया गया था की देवत्व की  भक्तिभाव  उमर रही हो. पूर्णिया के प्रसिद्ध पुरोहित आदरणीय श्री देवानंद तिवारी बाबा ने सर्वप्रथम शुभ मुहूर्त में पूजा कर श्रीगणेश किया. कोसी की निर्मल धारा और पवित्र नदी मा गंगा को स्मरण कर सभी देवताओं की शास्त्रीय संस्कृत श्लोकों से पूजा कर जनमानस के लिए आशीर्वाद मांगा गया.


बनारस और हरिद्वार के पंडित आशीष तिवारी, पंडित हरिओम पाण्डेय, पंडित कुमार वैभव, पंडित मोहन मिश्रा और पंडित प्रकाश झा जी ने देव् दीपावली की आरती को सभी विधि विधान से कर एक नई ऊर्जा का संचार किया. ग्यारह हजार दीपों को प्रज्वलित करने के लिए बहन पल्लवी ने कई अन्य बहनों व माताओं ने अपनी भक्तिभावना प्रस्तुत की और सौरा तट के काली मां के घाट को जगमग किया. संघ सदस्यों की छटा पीले कुर्ते और उजले पायजामे एवम् गर्दन में भगवा गमझा सर पर तिलक देव् भूमि का अहसास करा रही थे. 


कार्यक्रम में कई गण्यमान्य लोगो की उपास्थि महाआरती के समाप्ति होने तक रही. पार्किंग की अलग व्यवस्था सुरक्षित तरीके से की गई थी। घाट की सजावट बंगाल के मशहूर  कारीगर गोपी दा द्वारा कर भव्यता प्रदान की गई थी.