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KHAGARIA: खगड़िया के सांसद महबूब अली कैसर ने 14 मार्च 2024 को पशुपति पारस की पार्टी राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी को छोड़ दिया था और दिल्ली जाकर लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास से राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान से मुलाकात की थी। चिराग से मुलाकात के बाद महबूब अली ने कहा था कि चिराग पासवान की पार्टी उन्हें चुनाव लड़ने का मौका देती है तो चुनाव लड़ने के लिए वो तैयार हैं। कैसर चुनाव लड़ने के इंतजार में बैठे हुए थे।
उन्हें लगा कि चिराग पासवान खगड़िया से उन्हें अपनी पार्टी का टिकट देंगे लेकिन अचानक पता चला कि खगड़िया लोकसभा सीट का टिकट राजेश वर्मा नामक व्यवसायी को दे दिया गया। टिकट के इंतजार में बैठे महबूब अली कैसर का सपना चकनाचूर हो गया। अब वो ना तो चिराग के रहे और ना ही पशुपति पारस के रहे। टिकट नहीं मिलने के कारण वो इन दिनों नाराज चल रहे हैं।
उन्होंने अब बागी रुख अख्तियार कर लिया है। ऐसा कयास लगाया जा रहा है कि महबूब अली कैसर खगड़िया से निर्दलीय चुनाव लड़ सकते हैं। हालांकि इस बात की घोषणा अभी नहीं की गयी है। लेकिन कैसर इस पर विचार कर रहे हैं। महबूब अली कैसर ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि क्षेत्र के लोगों का भारी दबाव है।
खगड़िया के हर विधानसभा क्षेत्र से फोन आ रहा है। लोग चुनाव के मैदान में उतरने का अनुरोध कर रहे हैं। लोगों के फोन और दबाव के कारण अब चुनाव लड़ने पर गंभीरता से विचार करना होगा। लोगों की इच्छा का ख्याल रखना ही पड़ेगा। अभी वो ना तो ग्रीन जोन में और ना ही रेड जोन में हैं बल्कि येलो जोन में हैं, चुनाव लड़ने का फैसला कभी भी ले सकते हैं।