कटिहार में 3 लोगों की संदिग्ध मौत, दो की हालत गंभीर, जहरीली शराब पीने की चर्चा

 कटिहार में 3 लोगों की संदिग्ध मौत, दो की हालत गंभीर, जहरीली शराब पीने की चर्चा

KATIHAR: इस वक्त की बड़ी खबर कटिहार से आ रही है जहां तीन लोगों को मौत संदिग्ध परिस्थितियों में हो गयी है। जबकि दो की हालत गंभीर बनी हुई है। जिसका इलाज पूर्णिया के सरकारी अस्पताल में चल रहा है। घटना कोढ़ा थाना क्षेत्र के जुरबगंज ऋषि टोला की है। इस घटना से इलाके में हड़कंप मचा हुआ है। 


लोग दबे जुबान जहरीली शराब पीने से मौत की बात कह रहे हैं। इस घटना से इलाके में हड़कंप मचा हुआ है। इस बात की पुष्टि आधिकारिक तौर पर अब तक नहीं हो पाई है। घटना के संबंध में कटिहार के डीएम ने कहा है कि इस पूरे मामले की जांच की जा रही है।  बता दें कि बीते दिनों ही भागलपुर में संदिग्ध परिस्थिति में 5 लोगों की मौतें हो गयी थी। वही गोपालगंज में चार लोगों की जहरीली शराब से मौत हुई थी लेकिन पुलिस प्रशासन ने जहरीली शराब से मौत की बात को नकारा था। 


बिहार में पिछले एक सप्ताह में जहरीली शराब से 22 लोगों की मौत हो चुकी है। ये तब हो रहा है जब सरकार शराब रोकने के लिए अरबों रूपये पानी की तरह बहा रही है। सवाल ये भी उठ रहा है कि शराब पकड़ने के लिए मंगवाया गया ड्रोन, हेलीकॉप्टर, मोटरबोट औऱ विमान कहां है।


गौरतलब है कि इससे पूर्व बिहार के गोपालगंज जिले में चार लोगों की मौतें हुई है. प्रशासन जहरीली शराब से मौत की बात से इनकार किया था। लेकिन इसी जिले में पहले भी दो बड़े जहरीली शराब कांड हो चुके है औऱ उन दोनों वाकयों में भी प्रशासन ने सबसे पहले जहरीली शराब से मौत की बात को नकार दिया था। गोपालगंज के कुचायकोट में तीन और फुलवरिया में एक व्यक्ति की मौत बीते दिनों हुई थी। कुचायकोट थाने के शिवराजपुर गांव निवासी हरेन्द्र यादव की मौत सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में हुई थी जबकि हरेन्द्र को पेट दर्द, घबराहट और बेचैनी की शिकायत पर सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया था. पुलिस का खौफ ऐसा था कि मौत के बाद परिजन बिना पोस्टमार्टम कराये ही शव को लेकर भाग गये थे। 


उसी गांव के फूलचंद साह के पुत्र हीरालाल साह की भी मौत ठीक वैसे ही लक्षण के बाद हुई थी। उसे भी पेट दर्द और बेचैनी की शिकायत हुई थी लोग उसे इलाज के लिए लेकर जाने ही वाले थे कि मौत हो गई थी। वहीं, कुचायकोट थाने के रामगढ़वा गांव में ठग यादव के बेटे साहेबलाल यादव को भी पेट दर्द, बेचैनी और घबराहट हो रही थी और उसके बाद मौत हो गयी थी। वहीं, फुलवरिया के पेंदूला रामसेन गांव के ओम प्रकाश भगत को भी पेट दर्द, बेचैनी और घबराहट हुई जिसके बाद इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया जहां मौत हो गयी थी। 


एक सप्ताह में 22 लोगों की मौत  

बिहार में पिछले एक सप्ताह के भीतर जहरीली शराब से 22 लोगों की मौत हो गयी है. गोपालगंज जिले में जहां जहरीली शराब से 9 लोगों की मौत हुई थी। जहीरीली शराब पीने वाले एक व्यक्ति की आंखों की रोशनी भी चली गयी थी। वहीं भागलपुर जिले में जहां जहरीली शराब पीने से पांच की मौत हुई थी। बताया गया कि एक शादी समारोह में लोगों ने शराब पी थी, जिसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ गयी. फिर एक एक कर पांच लोगों की मौत हो गयी।


वहीं सिवान में दारौंदा थाना क्षेत्र के ढेबर गांव में चार दिन पहले तीन मजदूरों कमलेश मांझी, नूर मियां और अवध किशोरी मांझी की मौत हो गई थी। मरने वाले कमलेश की पत्नी चंपा ने कहा कि पति ने शराब पी थी जिसके बाद पेट में तेज दर्द और उल्टी हुई और मौत हो गई. मरने वालों का आनन फानन में अंतिम संस्कार कर दिया गया. वहीं बेतिया के नौतन थाना क्षेत्र में भी दो लोगों की मौत जहरीली शराब से हो गयी थी। 


कहां गया सरकार का दावा

करीब एक सप्ताह पहले बिहार विधानसभा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था कि वे शराब पीने वालों को छोड़ेगे नहीं. ड्रोन तो उड़वा ही रहे हैं अब विमान भी उड़वायेंगे. राज्य सरकार ने मोटर बोट खरीदा है ताकि शराब पकड़ा जा सके. हेलीकॉप्टर उड़ाये जा रहे हैं. शराब पकड़ने के लिए कुत्तों को खास तौर पर ट्रेनिंग देकर उतारा गया है. पूरे बिहार की पुलिस शराब पकड़ने में लगी है. इसके बावजूद जहरीली शराब से लोगों की मौत हो रही है. जाहिर है सरकार पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं.