KATIHAR: बिहार के कटिहार जिले में बदहाल बिजली व्यवस्था के खिलाफ बुधवार (26 जुलाई) को लोगों ने उग्र प्रदर्शन किया था। जिसके बाद जमकर बवाल हुआ और पुलिस की तरफ से हवाई फायरिंग की गई। गोली लगने से दो लोगों की मौत हो गयी जबकि एक व्यक्ति घायल हो गया था। लोगों का कहना था कि पुलिस की गोली से मौत हुई है। इस पूरे मामले पर सवाल उठाते हुए जाप सुप्रीमो पप्पू यादव ने वहां के डीएम और एसपी पर जोरदार हमला बोला है।
कटिहार के रेलवे सर्किट हाउस में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व सांसद पप्पू यादव ने बारसोई की घटना पर कटिहार के DM पर हमला बोलते हुए कहा कि डीएम साहब अपने पदाधिकारी को बचाने का प्रयास कर रहे हैं। लेकिन वे यह भूल गये है कि वे और हम दोनों जनता के सेवक है। आप सरकार के नौकर हैं जब गलतियां हुई तो पदाधिकारी को सस्पेंड करें लेकिन किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की गई। उन्होंने पूछा कि बिना परिजन के पोस्टमार्टम कैसे करा दिया गया। किसी पब्लिक के गवाह पर केस नहीं हुआ। जिससे दुश्मनी साधनी थी सभी का नाम केस में दिया गया। जनप्रतिनिधि और अच्छे लोगों पर केस करके वे अपनी पीठ ठपठपा रहे हैं।
पप्पू यादव ने कहा कि कटिहार के जनप्रतिनिधियों ने यहां की जनता को मरने के लिए लावारिस छोड़ दिया। घटना के 3 दिन बाद राजनीति के लिए घड़ियाली आंसू बहाने का ड्रामा करने गए। ऐसे जनप्रतिनिधियों के होने या ना होने का क्या मतलब है? सरकार इनकी है यदि थोड़ी भी हिम्मत और शर्म लिहाज बची है तो इसकी न्यायिक जांच करवाएं और जो भी इस मामले में दोषी हैं उन्हें सजा दिलवाने का काम करें।
पप्पू यादव ने कहा कि कटिहार डीएम और एसपी से पूछना चाहता हूं कि केस का आधार क्या था? एसडीओ और डीएसपी को क्यों बचाना चाहते हैं? जब इतना बड़ा मर्डर होता है तब पोस्टमार्टम कराने तो आप नहीं जाते हैं? जिस वीडियो को फेक कहा गया उसकी सत्यता तुरंत कहां से ले आए? पप्पू यादव ने कहा कि डीएम साहब आप इतने बड़े एक्सपर्ट हो गये कि आपकी कोई टीम नहीं आई। आप खुद इसकी जांच भी कर लिये। पुलिस हेडक्वार्टर के आंखों में धूल झोंकने का काम आपने किया है। पप्पू यादव ने कहा कि मैं चैलेंज देता हूं कि यदि आप सही हैं तो इसकी तत्काल लिखित भेजे। हाईकोर्ट के वर्तमान जज से इसकी जांच कराएं।
पप्पू यादव ने कहा कि सीबीआई पर उन्हें भरोसा नहीं है। सीबीआई केंद्र सरकार का तोता बनकर रह गयी है। हम तत्काल इस मामले की जांच हाईकोर्ट के जज से कराना चाहते हैं। पप्पू यादव ने पूछा कि पुलिस का बयान सही है तो क्या जनता झूठी है? तीन दिन तक पोस्टमार्टम के संबंध में DM और SP साहब ने कोई प्रेस कॉन्फ्रेंस क्यों नहीं की? इस पूरे घटनाक्रम में पुलिस और प्रशासन को बचाने की कोशिश की गयी। जनता में डर पैदा करने का प्रयास किया गया। कानून सिर्फ आम आदमी के लिए ही है? क्या यह किसी पदाधिकारी, अपराधी, माफिया और नेता के लिए नहीं है?