KAIMUR : बिहार-यूपी के बॉर्डर के कर्मनाशा रेलवे स्टेशन से 1320 प्रवासी मजदूरों को लेकर बिहार के दूसरे जिलों के लिए पहली ट्रेन मंगलवार को रवाना हुई. इस मौके पर रेलवे के डीआईजी, डिसीएम, कैमूर डीएम, एसपी सहित दर्जनों पदाधिकारी मौजूद रहे. ट्रेन में मजदूरों को बैठाने से पहले हाथों को सेनेटाइज कराया गया और फिर खाने का पैकेट- पानी और टिकट दिया गया.
यह ट्रेन कर्मनाशा से खुलकर दानापुर ,बरौनी और कटिहार स्टेशन तक जाएगी. बिहार से मजदूरों को लेकर बिहार में जाने वाली यह पहली ट्रेन है. ट्रेन से मजदूरों को ले जाने के लिए कैमूर जिला प्रशासन ने आपदा राहत कोष से रेलवे को 4,488,00 रुपये दिया. ट्रेन खुलते समय सभी अधिकारियों ने स्टेशन पर ताली बजाकर प्रवासी मजदूरों के हौसलों को बढ़ाया. ट्रेन से जा रहे मजदूरों ने अधिकारियों को धन्यवाद दिया.
मजदूरों ने बताया कि वे लोग पैदल और किसी तरह से लिफ्त लेकर बिहार बार्डर तक पहुंचे हैं. यहां से हमें सरकार ने गृह जिला तक पहुंचाने के लिए ट्रेन की व्यवस्था की है. जहां सभी की जांच की जाने के बाद खाने का पैकेट और पानी का बोतल देकर गृह जिला के लिए भिजवाया जा रहा है. हम लोग से कोई पैसा नहीं लिया गया.
अधिकारियों ने बताया कि बिहार से मजदूरों को बिहार में ले जाने के लिए बिहा- यूपी के बॉर्डर से पहली ट्रेन आज रवाना की गई. एक बोगी में 40 लोग बैठे हैं. सभी के टिकट का खर्च सरकार उठा रही है. मजदूरों से कोई शुल्क नहीं लिया जा रहा है, आगे भी और ट्रेनें चलेंगी। जहां ट्रेन का रूट नहीं है वैसे रूट को चिन्हित किया गया है, वहां बसों के माध्यम से लोगों को पहुंचाया जाएगा.