PATNA: 24 जुलाई को नालंदा के बेटे रमेश पटेल की पटना के बाकरगंज में दिनदहाड़े हत्या कर दी गयी थी। घटना की जानकारी मिलने के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री व बीजेपी नेता आरसीपी सिंह रविवार को पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे थे। मृतक के परिवार से मिलकर उन्होंने पूरी घटना की जानकारी ली। इस घटना पर दुख जताते हुए उन्होंने पीड़ित परिवार को सांत्वना दी। आरसीपी सिंह ने इस घटना के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जिम्मेदार ठहराया है। उनका कहना है कि नालंदा के बच्चे के साथ इस तरह की घटना हुई है और नीतीश कुमार चुप हैं। नीतीश अपनी पूरी जिम्मेदारी को छोड़ दिये है। आप कान में रुई डालकर पड़े हुए हैं।
गौरतलब है कि पटना के कदमकुआं थाना क्षेत्र के ठाकुरबाड़ी रोड में बेखौफ अपराधियों ने बीते 24 जुलाई को दिनदहाड़े मोबाइल एसेसरिज दुकानदार 44 वर्षीय रमेश उर्फ मनोज पटेल को पांच गोली मारकर हत्या कर दी थी। गोलियों की तड़तड़ाहट से पूरा बाकरगंज इलाका गूंज उठा था। मृतक रमेश पटेल नालंदा के बिहारशरीफ के कमरूद्दीनगंज इलाके के रहने वाले थे। पटना के नाला रोड स्थित अरविंद महिला कॉलेज गली में किराये के मकान में पूरे परिवार के साथ रहते थे। बाकरगंज में कन्हैया इंटरप्राइजेज नामक मोबाइल एसेसरीज की दुकान उन्होंने खोल रखी थी। रमेश पटेल सुबह दस बजे घर से दुकान खोलने के लिए जा रहे थे। तभी नागा बाबा ठाकुरबाड़ी के पास बाइक सवार दो शूटरों ने उनकी स्कूटी को जबरन रुकवाया और ताबड़तोड़ गोली दाग दी। जिससे घटनास्थल पर ही उनकी मौत हो गयी थी।
घटना पर दुख जताते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी ने कहा कि बिहार में कानून का राज पूरी तरह से समाप्त हो चुका है।अपराधी खुलेआम कानून की धज्जियां उड़ा रहे हैं और पुलिस मुकदर्शक बन तमाशा देख रही है। राजधानी पटना में भीड़ भाड़ वाले इलाके में सरेआम हत्या कर दी गयी। रमेश उर्फ मनोज पटेल की बाकरगंज में इनकी मोबाइल एसेसरिज की थी। पटना शहर में दिन के दस बजे घर से दुकान जाने के दौरान दिनदहाड़े उनकी हत्या कर दी जाती है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, डीजीपी, एसएसपी, एसपी सहित पुलिस के आलाधिकारियों का आवास है। वहां इस तरह की घटना अपराधियों ने दिनदहाड़े अंजाम दिया।
आरसीपी सिंह ने कहा कि पहले अपराधी कानून से डरते थे लेकिन अब वे कानून की धज्जियां उड़ा रहे हैं। परिजन जब थाने में जाते है तो उनके साथ बदतमीजी के साथ थाने के लोग पेश आते हैं। नालंदा के बच्चे के साथ यह घटना हुई है और नीतीश चुपचाप है। नीतीश कुमार अपनी पूरी जिम्मेदारी को छोड़ चुके है। आए दिन आपराधिक घटनाएं हो रही है। ऐसा कोई शहर नहीं है जहां बैंक डकैती, हत्या, लूट, बलात्कार नहीं हो रही है। सुशासन बाबू की पहचान कानून का राज स्थापित करने को लेकर थी। भाजपा से पाला बदलने के बाद जब से राजद के साथ आए बिहार में अपराध चरम सीमा पर पहुंच गया।
उन्होंने कहा कि आपराधिक घटनाओं में कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। थाने में परिजन जाते है तो पुलिस कहती है कि अपराधी को बंद कर देंगे तो छह महीने के बाद वो निकल जाएगा। आपके पास इतनी एजेंसी है उसकों अपराधियों को पकड़ने के लिए लगाये। आरसीपी सिंह ने कहा कि हम नीतीश कुमार से अपील करेंगे कि बिहार को चलाने के लिए कुछ तो समय दीजिये। बिहार के नागरिक असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।
आरसीपी ने कहा कि नीतीश कुमार कान में रुई डालकर पड़े हुए हैं। पुलिस के आलाधिकारी और डीजीपी क्या करते हैं? यह सब चलने वाला नहीं है। ऐसे नहीं चलेगा अपराधियों के हौसले को कुचलना पड़ेगा। जो स्थिति है लोग यही कहेंगे कि बिहार में फिर से जंगल राज आ गया है। यह इससे भी आगे निकल गया है। गांव से लोग पटना में रोजगार करने आते हैं तो उनकी हत्या कर दी जाती है। अपराधियों का मनोबल सातवें आसमान पर है।