बिहार विधानसभा का विशेष सत्र बुलाए जाने की संभावना, डीएम ने पदाधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टी की रद्द बिहार-झारखंड बॉर्डर के कई गांव में हाथियों का आतंक: 22 हाथियों के झुंड ने पहुंचाया फसलों को भारी नुकसान Bihar News: बिहार में पर्यटकों को अब यह विशेष सुविधा देगी सरकार, आजादी के साथ मिलेगा शानदार VVIP ट्रीटमेंट 200 रुपये देकर पप्पू यादव ने बच्चे से लगवाये नारे, मासूम बोला-पप्पू सर जिंदाबाद, पप्पू यादव जिंदाबाद Bihar News: बिहार के हजारों शिक्षकों को नए साल से पहले सरकार का गिफ्ट, होने जा रहा यह बड़ा काम 23 नवंबर को सहरसा से अमृतसर के लिए स्पेशल ट्रेन चलेगी, रेलवे ने जारी किया पूरा रूट और टाइमिंग सरकार बनने के बाद 25 नवंबर को नीतीश कैबिनेट की पहली बैठक, बड़े फैसलों की उम्मीद Bihar Minister List: सीएम सहित सभी मंत्रियों के बीच बंट गया विभाग, मंत्रिमंडल सचिवालय ने जारी की अधिसूचना Bihar News: बिहार में 'कैरावैन' से करिए सैर....एक सितारा होटल जैसी मिलेगी सुविधा, 75 KM के लिए लगेंगे इतने हजार रू,जानें.... मिथिला विश्वविद्यालय दीक्षांत समारोह में हंगामा: भ्रष्टाचार के खिलाफ छात्रों का उग्र प्रदर्शन, कई हिरासत में
1st Bihar Published by: Updated Wed, 11 Dec 2019 01:59:16 PM IST
- फ़ोटो
PATNA: नागरिकता संशोधन विधेयक का विरोध करने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पहुंचे तो थे जयप्रकाश नारायण( जेपी) की शरण में लेकिन जगह नहीं मिली तो फिर महात्मा गांधी की शरण में पहुंचे।
दरअसल नागरिकता बिल के विरोध में धरना खत्म करने के दौरान पटना के जेपी गोलंबर पर माल्यार्पण का कार्यक्रम तेजस्वी का था लेकिन ऐन वक्त पर प्रशासन की इजाजत नहीं मिली तो फिर उन्हें मजबूरन गांधी मैदान का रूख करना पड़ा। तेजस्वी ने गांधी मैदान में बड़ी गांधी मूर्ति पर माल्यार्पण किया।
जेपी गोलंबर का ताला नहीं खुला तो निराश होकर तेजस्वी महागठबंधन के नेताओ के साथ गांधी मूर्ति पहुंचे और माल्यार्पण किया। तेजस्वी अपने समर्थकों के साथ गांधी मैदान जाने के लिए निकले तो गाड़ियों का जाम लग गया। तेजस्वी बड़े भाई तेजप्रताप के साथ किसी तरह ऑटो-रिक्शा और गाड़ियों के रेले के बीच से गुजरते हुए गांधी मैदान पहुंचे।
प्रशासन के इस रवैये से तेजस्वी यादव खासे नाराज दिखे। गांधी मूर्ति के पास ही उन्होनें जमकर नीतीश सरकार को कोसा। तेजस्वी ने कहा कि आज गांधी जी लोहिया जी की आत्मा रो रही होगी। नीतीश कुमार आज पूरी तरह संघी हो चुके हैं। वे नागरिकता बिल पर अपने नेताओं से जदयू के अंदर ड्रामा करवा रहे हैं, क्योकिं उन्हें बिल को समर्थन देकर जो गलती की है कहीं न कहीं उन्हें इसका अहसास हो चुका है।