PATNA: नागरिकता संशोधन विधेयक का विरोध करने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पहुंचे तो थे जयप्रकाश नारायण( जेपी) की शरण में लेकिन जगह नहीं मिली तो फिर महात्मा गांधी की शरण में पहुंचे।
दरअसल नागरिकता बिल के विरोध में धरना खत्म करने के दौरान पटना के जेपी गोलंबर पर माल्यार्पण का कार्यक्रम तेजस्वी का था लेकिन ऐन वक्त पर प्रशासन की इजाजत नहीं मिली तो फिर उन्हें मजबूरन गांधी मैदान का रूख करना पड़ा। तेजस्वी ने गांधी मैदान में बड़ी गांधी मूर्ति पर माल्यार्पण किया।
जेपी गोलंबर का ताला नहीं खुला तो निराश होकर तेजस्वी महागठबंधन के नेताओ के साथ गांधी मूर्ति पहुंचे और माल्यार्पण किया। तेजस्वी अपने समर्थकों के साथ गांधी मैदान जाने के लिए निकले तो गाड़ियों का जाम लग गया। तेजस्वी बड़े भाई तेजप्रताप के साथ किसी तरह ऑटो-रिक्शा और गाड़ियों के रेले के बीच से गुजरते हुए गांधी मैदान पहुंचे।
प्रशासन के इस रवैये से तेजस्वी यादव खासे नाराज दिखे। गांधी मूर्ति के पास ही उन्होनें जमकर नीतीश सरकार को कोसा। तेजस्वी ने कहा कि आज गांधी जी लोहिया जी की आत्मा रो रही होगी। नीतीश कुमार आज पूरी तरह संघी हो चुके हैं। वे नागरिकता बिल पर अपने नेताओं से जदयू के अंदर ड्रामा करवा रहे हैं, क्योकिं उन्हें बिल को समर्थन देकर जो गलती की है कहीं न कहीं उन्हें इसका अहसास हो चुका है।