झारखंड मानसून सत्र : सदन के अंदर- बाहर गूंजेगी नियोजन नीति की बात, मणिपुर हिंसा को लेकर आक्रामक होगी हेमंत सरकार

झारखंड मानसून सत्र : सदन के अंदर- बाहर गूंजेगी नियोजन नीति की बात, मणिपुर हिंसा को लेकर आक्रामक होगी हेमंत सरकार

RANCHI : झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र चल रहा है। इस सत्र की शुरुआत 28 जुलाई से हुई है जो 4 अगस्त तक चलेगी। इस बार झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र काफी हंगामेदार होने के आसार हैं। जहां विपक्ष राज्य सरकार को विधि-व्यवस्था सहित कई मुद्दो को लेकर घेरने के लिए तैयारी कर रखी है तो  वहीं, सत्तापक्ष भी पलटवार के लिए तैयार है।


दरअसल, मानसून सत्र के दूसरे दिन नियोजन नीति व रोजगार के मुद्दे पर विपक्ष के विधायक मोर्चा खोलेंगे। सदन के अंदर और बाहर सरकार को घेरेंगे।विपक्ष ने इस मुद्दे को लेकर धरना-प्रदर्शन की रणनीति बनायी है। भाजपा का कहना है कि- हेमंत सरकार झारखंड के युवाओं को ठग रही है। इनको झुनझुना थमाया जा रहा है। सरकार ने 1932 खतियान के आधार पर नियोजन देने की बात कही थी, लेकिन अब धोखा दिया जा रहा है। इसको लेकर सरकार को सदन के अंदर सरकार को जवाब देना होगा।


इधर, झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र के दूसरे दिन सोमवार को वित्तीय वर्ष 2023-24 का पहला अनुपूरक बजट सदन पटल पर रखा जायेगा। वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव लगभग 10 हजार करोड़ का अनुपूरक बजट पेश करेंगे। सदन में पहली पाली में प्रश्नकाल के बाद सरकार अनुपूरक बजट लेकर आयेगी। दूसरी पाली में पक्ष-विपक्ष इस अनुपूरक बजट पर चर्चा में हिस्सा लेंगे।