झारखंड को हेमंत सोरेन की बड़ी सौगात, रिम्स में एकसाथ कई स्वास्थ्य सेवा का शुभारंभ

झारखंड को हेमंत सोरेन की बड़ी सौगात, रिम्स में एकसाथ कई स्वास्थ्य सेवा का शुभारंभ

RANCHI: झारखंड के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने के उद्देश्य राजधानी रांची स्थित रिम्स अस्पताल में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कई स्वास्थ्य सेवाओं का शुभारंभ किया है। बुधवार को स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के साथ रिम्स पहुंचे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्य की जनता को एक साथ कई सौगात दी। इन स्वास्थ्य सेवाओं के शुरू होने के बाद अब रिम्स में मरीजों को किसी भी जांच के लिए बाहर भटकने की जरूरत नहीं पड़ेगी।


दरअसल, झारखंड की स्वास्थ्य सेवा को और भी बेहतर बनाने की दिशा में सरकार ने कदम आगे बढ़ाया है। बुधवार को रिम्स पहुंचे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रिम्स के विभिन्न विभागों में स्थापित नए उपकरणों का लोकार्पण किया। सीएम ने कार्डियोलॉजी और रेडियोलॉजी विभाग में दो कैथ लैब, दो 4D इको कार्डियोग्राफी, एक 128 स्लाइस सीटी स्कैन, तीन अल्ट्रासाउंड मशीनो का उद्घाटन किया। इसके साथ ही सीएम ने नवनिर्मित अकादमिक भवन का भी उदघाटन किया।


बता दें कि करीब 6 करोड़ की लागत से रिम्स में न्यूनतम रेडियोधर्मी उत्सर्जन का अत्याधुनिक सिंगल प्लेन कैथ लैब लगाया गया है। इस मशीन के लग जाने से 20 से अधिक मरीजों को हर दिन सुविधा मिलेगी। इसके जरिये एंजियोप्लास्टी, एंजियोग्राफी, CRT सहित अन्य जांच की जा सकेगी। हर्दय रोगियों के लिए रिम्स में 4 डी ECO कार्डियोग्राफी मशीन लगाई गई है। इस मशीन के जरिये रियल टाइम 3D और 4D रंगीन इमेज हो जिससे इलाज में मरीजों को लंबे समय तक इन्तेजार नहीं करना पड़ेगा। इस मशीन के जरिये हर दिन 100 स अधिक मरीज की जांच की जाएगी। इसकी लागत करीब दो करोड़ रुपये है।


वहीं नई हाई टेक सीटी स्कैन मशीन का भी लगाया गया है। इस मशीन से पहले के पूर्व काफी तेज गति से मरीजों की जांच हो पाएगी। इस मशीन के ज़रिए एंजियोग्राफी द्वारा धमनियों और शिराओं के लिए सहयोगी साबित होगा। इसके जरिये अब रिम्स में ट्यूमर की जांच भी संभव हो पाएगी। इसके साथ ही रिम्स में अकादमी भवन का निर्माण 42 करोड़ नौ लाख 96 हजार रुपये कि लागत से किया गया है। इस भवन को नेशनल मेडिकल काउंसिल के द्वारा दिये गए माप दंड को पूरा करते हुए किया गया है। इस भवन में 4000 वर्ग मीटर में पुस्तकालय बनाया गया है। साथ ही 300 छात्रों के बैठने की व्यवस्था है। इसके अलावा तीन परीक्षा हॉल बनाया गया है, जिसमें 250 बच्चे एक साथ परीक्षा दे सकेंगे।