झारखंड के एक स्कूल का हाल देखिए..छात्राओं को पढ़ाने के बजाय कलयुगी शिक्षक करते हैं छेड़खानी

झारखंड के एक स्कूल का हाल देखिए..छात्राओं को पढ़ाने के बजाय कलयुगी शिक्षक करते हैं छेड़खानी

GADHWA:अब बात झारखंड के एक ऐसे स्कूल की करते हैं जहां बच्चों को अच्छी तालिम की जगह शिक्षक गंदी बातें  सिखा रहे हैं। यही नहीं यहां की लड़कियों के साथ छेड़खानी भी करते हैं। मामला झारखंड के गढवा जिले का है। 


खरौंधी प्रखंड स्थित भलूही हाई स्कूल के शिक्षकों की इस करतूत को लेकर छात्राओं के परिजनों ने आज जमकर हंगामा मचाया। उनका कहना था कि शिक्षक और छात्रा के बीच हुए अश्लील बातचीत का ऑडियो तेज से वायरल हो रहा है। इसे सुनने के बाद वे खुद को नहीं रोक पाये और स्कूल पहुंच गये। परिजनों ने इस दौरान जमकर हंगामा मचाया और आरोपी शिक्षकों पर कार्रवाई की मांग की। 


परिजनों का आरोप है कि स्कूल में पढ़ाई कम इश्कबाजी ज्यादा होता है। यहां के शिक्षकों के रवैय्ये से छात्राएं परेशान रहती है। शिक्षक यहां की छात्राओं को परीक्षा में पास करा देने की लालच देकर शारीरिक शोषण करते हैं। आरोपी दोनों शिक्षकों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। जिसके बाद दोनों शिक्षकों को सेवा से बर्खास्त करने की अनुशंसा शिक्षा विभाग ने कर दी है। उम्मीद है कि जल्द ही दोनों कलयुगी शिक्षक पर कार्रवाई होगी।


हंगामा कर रहे परिजनों ने स्कूल के प्रधानाध्यापक राजाराम सिंह, पारा शिक्षक नवलेश सिंह, विभूतिनारायण सिंह समेत कई शिक्षकों पर कार्रवाई की मांग की और स्कूल में तालाबंदी कर दी। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों को कार्रवाई का भरोसा दिलाया जिसके बाद उनका गुस्सा शांत हुआ। परिजनों ने इन कलयुगी शिक्षकों पर कई गंभीर आरोप लगाये और सभी पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई किये जाने की मांग की। 


वही कुछ ग्रामीणों का भी कहना था कि शिक्षा के मंदिर में यहां के शिक्षक मुर्गा भात खाते हैं और खूब शराब पीते हैं। यहां के शिक्षक बिल्कुल नहीं पढ़ाते। सिर्फ मौज मस्ती करने और दिन काटने में समय गुजार देते हैं। छात्राओं के साथ अश्लील हरकत करने की यह तीसरी घटना है। इससे पहले भी दो बार एक शिक्षक पर छेड़खानी का आरोप लगा था। जिसके बाद उन्हें बर्खास्त कर दिया गया लेकिन कुछ दिनों बाद फिर से बहाल कर दिया गया। इस मामले पर जिला शिक्षा अधीक्षक ने बताया कि प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी को  लिखित आवेदन मिला है। शिक्षकों पर मामला दर्ज कर कार्रवाई की अनुशंसा की गयी है।