RANCHI: सेना की जमीन का फर्जी दस्तावेज बनाकर खरीद फरोख्त के दौरान हुए मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ED ने अधिवक्ता हिमांशु कुमार मेहता को समन भेजा था. आज इस कड़ी ईडी की टीम झारखंड हाईकोर्ट के अधिवक्ता हिमांशु कुमार मेहता से पूछताछ कर रही है.
उन पर गलत दस्तावेज के सहारे जयंत कर्नाड को सेना के कब्जेवाली जमीन का किराया लेने का हकदार बनवाने और जमीन की बिक्री से मिली रकम का एक बड़ा हिस्से ले लेने का आरोप है.
बता दें के कि ED ने मामले की जांच के क्रम जयंत करनाड को समन कर पूछताछ के लिए बुलाया था. ED ने करनाड से सेना के कब्जेवाली जमीन के मालिकाना हक से जुड़े दस्तावेज की मांग की. लेकिन वह ED को दस्तावेज देने में असमर्थ रहे. उन्होंने ED को कहा कि सारे दस्तावेज वकील हिमांशु कुमार मेहता के पास हैं.
वही ED ने जांच में पाया कि 471 रुपये की दर से किराया वसूलने के अधिकार मिलने के बाद जयंत से 16 सेल डीड के सहारे सेना के कब्जेवाली जमीन को 14 लोगों के हाथों बेच दी. जमीन बेचने करनाड को 2.55 करोड़ रुपये मिले थे. जिसमें से 1.20 करोड़ रुपये वकील हिमांशु कुमार मेहता ने ले लिए. वही नौ लाख रुपये दूसरे लोगों को दिए गए.