DELHI : NEET और JEE की परीक्षा को स्थगित करवाने की मांग लगातार हो रही है और छात्रों की इस मांग को विपक्षी दलों का भी समर्थन मिल रहा है. वहीं अब गैर बीजेपी शासित राज्यों के छह मंत्रियों ने सुप्रीम कोर्ट का रुख अख्तियार कर लिया है. इस याचिका में सुप्रीम कोर्ट से केंद्र को इस साल NEET-JEE परीक्षाएं कराने की अनुमति देने वाले उसके आदेश पर पुनर्विचार का अनुरोध किया है.
वहीं, दूसरी तरफ राजनीतिक दलों के विरोध के बीच NTA ने NEET-JEE के आयोजन की तैयारियां तेज कर दी है. बुधवार शाम तक जेईई-नीट के करीब 23 लाख में 14 लाख अभ्यर्थियों ने इसे डाउनलोड भी कर लिया. एनटीए के चैयरमैन विनीत जोशी ने कहा कि यह दर्शाता है कि बच्चे बेसब्री से परीक्षा का इंतजार कर रहे हैं.
आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल और कांग्रेस शासित प्रदेशों के बाद अब ओडिशा सरकार भी नीट और जेईई की परीक्षा टालने के पक्ष में है. मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने नरेंद्र मोदी से फोन पर बात की है और इन परीक्षाओं को स्थगित करने का अनुरोध किया. पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने भी इसका समर्थन किया और कहा कि सितंबर में कोरोना वायरस के मामले और बढ़ सकते हैं, ऐसी स्थिति में परीक्षाएं कैसे कराई जा सकती हैं?
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने सवाल किया कि आज कोरोना वायरस का संक्रमण फैल रहा है और संकट बढ़ गया है तो परीक्षाएं कैसे ली जा सकती हैं? राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी नारायणसामी ने भी इन परीक्षाओं को स्थगित करने की पैरवी की और केंद्र सरकार के फैसले के खिलाफ न्यायालय का रुख करने के विचार से सहमति जताई है.