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31-Jul-2019 02:23 PM
By 8
DELHI: तीन तलाक बिल पर जेडीयू और बीजेपी के बीच अंदरखाने हुई सेटिंग काम कर गयी. तीन तलाक बिल का पुरजोर विरोध का एलान करने वाले नीतीश कुमार की पार्टी के सांसदों ने राज्यसभा में वोटिंग का बहिष्कार कर दिया. JDU ने राज्यसभा में तीन तलाक बिल के खिलाफ वोटिंग नहीं की. जदयू के वोट बहिष्कार के कारण तीन तलाक बिल राज्यसभा से पास हो गया. FIRST BIHAR JHARKHAND ने पहले ही खबर दी थी कि तीन तलाक बिल को लेकर जदयू और भाजपा में पहले ही सेटिंग हो गयी है. आज उस पर मुहर लग गयी. जदयू ने की भाजपा की मदद दरअसल, बीजेपी सूत्रों ने पहले ही खबर दी थी कि तीन तलाक बिल पर JDU और BJP के बीच अंडरस्टैंडिंग बन चुकी है. रास्ता ऐसा निकाला गया जिससे सांप भी मर जाये और लाठी भी ना टूटे. नतीजा ये हुआ कि तीन तलाक बिल पर आज जब राज्यसभा में वोटिंग हुई तो जदयू ने इस बिल के खिलाफ वोट करने के बजाय वोट का बहिष्कार कर दिया. जदयू के 6 राज्यसभा सांसदों ने अगर तीन तलाक बिल के खिलाफ वोट किया होता तो सरकार के लिए इसे राज्यसभा से इसे पास कराना मुश्किल हो जाता. सिर्फ भाषण से तीन तलाक बिल का विरोध इससे पहले बिल पर चर्चा के दौरान राज्यसभा में जदयू ने भाषण में तीन तलाक बिल का पुरजोर विरोध करने का दिखावा जरूर किया. जदयू सांसद वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि तीन तलाक के खिलाफ कानून बनाने की जरूरत नहीं है. इसके लिए जागरूकता पैदा की जानी चाहिये. वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि वे न इस बिल के समर्थन में बोलेंगे न समर्थन करेंगे. इसके बाद जदयू के सांसदों ने राज्यसभा का बहिष्कार कर दिया. BJP के प्रेशर में नीतीश दरअसल, नीतीश कुमार की मजबूरी है कि वे बीजेपी का खुला विरोध नहीं कर सकते. बिहार में उनकी सरकार बीजेपी की मदद से चल रही है. तीन तलाक बिल को बीजेपी ने अपने लिए इज्जत का मामला बना लिया था. ऐसे में तीन तलाक बिल के खिलाफ संसद में वोटिंग नीतीश की मुश्किलें बढ़ा सकती थीं. लिहाजा, बीच का रास्ता निकाला गया, सांप भी मर गया और लाठी भी नहीं टूटी.