PATNA: बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष द्वारा नीतीश सरकार की शिक्षा व्यवस्था पर बयानबाजी के बाद अब जेडीयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने पलटवार कर दिया है। उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि उच्च शिक्षा के सत्र में विलम्ब के लिए सवाल उठाने वाले को यह जानकारी जरूर होगी कि राज्य सरकार के माननीय मंत्री और शिक्षा विभाग के पदाधिकारी सत्र को नियमित करने के लिए कुलाधिपति, कुलाधिपति कार्यालय, विभिन्न विश्व विद्यालय के कुलपति एवं विश्वविद्यालय के पदाधिकारी के स्तर पर लगातार बैठक कर इस दिशा में सार्थक पहल करते रहे हैं।
नीरज कुमार ने सत्र के विलम्ब के लिए बिहार सरकार के कार्यशैली को ज़िम्मेवार बताने वाले राजनीतिक महानुभाव के नियत पर सवाल उठाते हुए जानकारी सार्वजनिक करने का अनुरोध किया।
नीरज कुमार ने कहा कि राजनीतिक महानुभाव को इस बात की जानकारी जरूर होगी क्योंकि वो खुद भी स्नातक हैं कि विश्व विद्यालय शिक्षा के प्रशासनिक ढाँचे के प्रमुख महामहिम कुलाधिपति होते हैं। सवाल उठाने वाले क्या महामहिम कुलाधिपति पर सवाल खड़ा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राजनीतिक महानुभाव को इस बात की जानकारी होगी कि केन्द्र सरकार के अनुशंसा पर महामहिम कुलाधिपति जो महामहिम के रूप में पदस्थापित हैं तो फिर क्या केन्द्र सरकार के अनुशंसा अथवा अनुशंसा के आधार पर नियुक्ति करने वाले पर यह सवाल उठा रहे हैं?
गौरतलब है कि संजय जायसवाल ने नीतीश सरकार की शिक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा था कि मुझे तो हंसी आती है कि जेडीयू ने भी कह दिया कि अग्निपथ योजना पर पुर्नविचार करना चाहिए। उनके पास शिक्षा मंत्रालय है। वो खुद भी पुर्नविचार कर सकते हैं। उन्होंने ये भी कहा था कि सरकार पहले स्त्नातक सत्र रेगुलर करा दे और सेशन की देरी पर ध्यान दे।