जंगलराज के युवराज को उत्तराधिकारी बनाने से हुआ नुकसान , उपेंद्र कुशवाहा बोले ... JDU का खत्म हो जाएगा अस्तित्व

जंगलराज के युवराज को उत्तराधिकारी बनाने से हुआ नुकसान , उपेंद्र कुशवाहा बोले ... JDU का खत्म हो जाएगा अस्तित्व

PATNA : जनता दल यूनाइटेड की परेशानी इन दिनों कम होती नजर नहीं आ रही है। उपेंद्र कुशवाहा के जेडीयू छोड़ने के बाद  कई नेता पार्टी छोड़ रहे हैं। अब इन्हीं बातों को लेकर जदयू से अलग होकर अपनी नई पार्टी बनाने वाले उपेंद्र कुशवाहा ने बड़ा बयान दिया है। उपेंद्र कुशवाहा ने कहा है कि अब जेडीयू में जो कोई भी हो वो शायद ही अपने मन से हो। वहां सभी लोग इधर-उधर की बात कर रहे हैं धीरे-धीरे कर सभी लोग जदयू से अलग हो जाएंगे। जल्द ही जेडीयू का अस्तित्व खत्म हो जाएगा।


उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि, बड़ी संख्या में जेडीयू नेता पार्टी छोड़ रहे हैं और हमारे साथ जुड़ रहे हैं। जेडीयू छोड़ने से पहले जो बात मैं बोल रहा था वही बात अब जेडीयू छोड़ने वाले अन्य नेता भी बोल रहे हैं। इससे यह बात साबित भी हो रहा है कि मैं जो बोल रहा था वह बात सच थी। लेकिन नीतीश कुमार और उनके अगल- बगल रहने वाले दो चार लोग हमारी बातों को मानने को तैयार नहीं थे। 


मालूम हो कि, जेडीयू के पूर्व नेता उपेंद्र कुशवाहा इन दिनों 'विरासत बचाओ नमन यात्रा' कर रहे हैं। इस दौरान वो बिहार के विभिन्न जिलों का भ्रमण कर रहे हैं। इससे पहले उन्होंने एक बार फिर से खुद की नई पार्टी का भी गठन कर लिया है। इसके बाद अब उनकी इस यात्रा के दौरान जेडीयू के कई नेता पार्टी छोड़कर इनके साथ आ रहे हैं। जिसके बाद अब कुशवाहा ने यह साफ़ कर दिया है कि, अब जेडीयू के अंदर की भी अपने मन से नहीं रहना चाह रहा है।  जल्द ही जेडीयू पूरी तरह से खत्म हो जाएगी। 


आपको बताते चलें कि, इससे पहले कुशवाहा के जेडीयू से अलग होने के बाद पार्टी की पूर्व सांसद ने भी अपना इस्तीफा दे दिया। जबकि पार्टी के 36 नेताओं ने एक साथ अपना इस्तीफा देकर कुशवाहा का दामन थाम लिया। इसके साथ ही जेडीयू से रेखा गुप्ता और राम लक्ष्मण सिंह कुशवाहा के आलावा तीन दर्जन से अधिक नेताओं ने पार्टी को छोड़ कर उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक जनता दल में शामिल हो गए। इस दौरान सभी लोगों का कहना था कि वो लोग नीतीश कुमार से अलग नहीं होना चाहते थे, लेकिन जिस तरीके से उन्होंने जंगलराज के युवराज को अपना उत्तराधिकारी घोषित कर दिया है। उससे  बिहार की जनता डर गई है ओर पुराने दौर की वापसी दिख रही है।