जयमाला के दौरान दूल्हे ने तोड़ी शादी, फिर साले की बीवी से किया विवाह, SP से लेकर सांसद तक पहुंचा मामला

जयमाला के दौरान दूल्हे ने तोड़ी शादी, फिर साले की बीवी से किया विवाह, SP से लेकर सांसद तक पहुंचा मामला

DESK : शादी-ब्याह से जुड़ा एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने सबको हैरान कर दिया है. दरअसल एक शख्स ने जयमाला के दौरान शादी तोड़कर अपने साले की बीवी के साथ शादी रचा ली. यह मामला जिले के एसपी से लेकर सांसद तक पहुंच गया है. दुल्हन के घरवालों ने आरोपी दूल्हे को गिरफ्तार कर कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है.


मामला राजस्थान के सीकर जिले का है. यहां एक शख्स ने जयमाला के दौरान शादी तोड़कर अपने साले की बीवी से शादी रचा ली. बताया जा रहा है कि दूल्हा दहेज में गाड़ी न मिलने से नाराज था. जानकारी मिली है कि सीकर जिले की तारपुरा ग्राम पंचायत में सुरजा राम जांगिड की बेटी सुभीता की शादी थी. लेकिन दूल्हे अजय ने जयमाला के दौरान गाड़ी की मांग कर दी. दूल्हे की डिमांड सुनकर सुभीता के परिवार वालों ने इसे पूरा करने से इनकार कर दिया. इसके बाद अजय बारात को लेकर वापस लौट गया. 



सुभीता से शादी तोड़ने के बाद अजय ने सुभीता के भाई पंकज की होने वाली दुल्हन से ही शादी कर ली. दरअसल सुभीता के भाई पंकज की शादी शादी बजावा गांव की रहने वाली कंचन से तय हुई थी. जल्द ही इनकी भी शादी होने वाली थी. लेकिन पंकज से पहले ही अजय ने कंचन से शादी रचा ली. इतना ही नहीं, हैरानी की बात तो ये है कि उसी कंचन के दो भाई वीरेन्द्र और जितेन्द्र अब अजय की बहन प्रियांशु और किस्मत से शादी रचाने जा रहे हैं. 



पुलिस में शिकायत के बाद कोई कार्रवाई नहीं होने पर सुभीता के परिवार वाले थाने में धरना पर बैठ गए. लेकिन बाद में दादिया पुलिस थाने की टीम ने टेंट को उखड़ कर फेंक दिया और धरने पर बैठे 9 लोगों को शांति भंग करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया. 


इस कार्रवाई के बाद यह मामला सीकर लोकसभा क्षेत्र सांसद सुमेधानंद सरस्वती तक पहुंच गया. सांसद सुमेधानंद सरस्वती ने इस घटना को लेकर पुलिस उपाधीक्षक राजेश आर्य से बात की की है. उन्होंने जांच का आदेश दिया हैं. सीकर सांसद सुमेधानंद सरस्वती का कहना है की पुलिस द्वारा धरने पर बैठे लोगों से ऐसी हरकत करना लोकतंत्र के लिए एक बेहद बुरी घटना है. हम इसका पुरजोर विरोध करते हैं और हम तब तक यहीं बैठे रहेंगे जब तक पीड़िता और उसके परिवार को न्याय नहीं मिल जाता है.