KATIHAR: बुढ़ापे की लाठी का सहारा बनने के बजाए कटिहार में कलयुगी बेटों ने अपने बुजुर्ग मां-बाप को इस कपकपाती ठंड में घर से निकाल दिया। बुजुर्ग दंपती के तीन बेटे हैं और तीनों सरकारी नौकरी करते हैं। जमीन के मामूली हिस्से को लेकर बेटों ने उनके साथ जो कुछ किया उसे देख इलाके के लोग भी हैरान हैं। दोनों को इस हाल में देखकर लोगों को रहा नहीं गया। स्थानीय लोगों ने चाय, नाश्ता कराया और ओढने के लिए कंबल भी दिए। इनकी हालत को देख लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दे दी।
बुजुर्ग दशरथ पासवान ने बताया कि उनके तीन बेटे और एक बेटी है। तीनों बेटे सरकारी नौकरी करते हैं। एक बैंक का मैनेजर है तो दूसरा मास्टर जबकि तीसरा बेटा अमीन हैं। जमीन में हिस्सा नहीं मिलने से नाराज बेटों ने उन्हें इस कड़ाके की ठंड में घर से बाहर निकाल दिया। अब वह पत्नी के साथ सड़क पर बैठा हुआ है। जहां उनकी हालत को देखकर स्थानीय लोगों ने दोनों बुजुर्ग पति-पत्नी को चाय-नाश्ता दिया और ठंड से बचने के लिए कंबल भी दिया।
पीड़ित दशरथ पासवान कहते हैं कि बेटा से लड़ाई हुआ है खाना पीना नहीं देता था। बेटा घर ले जाएगा तो फिर मारेगा और भूखा रखेगा। स्थानीय लोगों को उनके इस हाल को देख रहा नहीं गया। आनन-फानन में लोगों ने पुलिस को इसकी सूचना दे दी। फिर क्या था मौके पर पहुंची पुलिस ने उनके बेटे गणेश पासवान को बुलाया। पुलिस के बुलावे पर गणेश पासवान दौड़ते भागते आया।
पेशे से अमीन गणेश पासवान ने बताया कि उनका भाई इन्हें लाकर यहां छोड़ दिया है। गणेश ने कहा कि अब हम मां बापू जी को अपने घर ले जा रहे हैं। लेकिन वृद्ध माता पिता को उसके प्रताड़ना का डर फिर से सताने लगा लेकिन पुलिस और स्थानीय लोगों की पहल पर बुजुर्ग दंपती को उनके घर तक पहुंचाया गया और उनके बेटे को चेतावनी देकर छोड़ दिया गया।
हालांकि लोग कानूनी कार्रवाई की मांग कर रहे थे उनका कहना था इस तरह की घटना से समाज में गलत मैसेज जा रहा है। जिस माता-पिता ने अच्छी तालिम दी जिसके बदौलत आज तीनों बेटों ने नौकरी हासिल की। आज वही बेटे अपने बुजुर्ग मां-बाप को इस भीषण ठंड में दर-दर भटकने को छोड़ दिया। बेटों की इस करतूत से मुहल्ले के लोग भी हैरान हैं। हालांकि पुलिस और स्थानीय लोगों की पहल पर उनके बेटे के घर पर बुजुर्ग दंपती को पहुंचा दिया गया है। इसकी चर्चा इलाके में खूब हो रही है। कलयुगी बेटों की इस करतूत से लोगों में काफी नाराजगी देखी जा रही है।