जब मुर्दा बोलने लगा! बीडीओ के सामने खड़ा हो गया मृतक...कहा-जिंदा हूं मैं

जब मुर्दा बोलने लगा! बीडीओ के सामने खड़ा हो गया मृतक...कहा-जिंदा हूं मैं

BOKARO:अक्सर लोगों को सरकारी सिस्टम के लापरवाही से परेशानी उठानी पड़ती है. जिस वजह से कई बार लोग योजनाओं का लाभ नहीं उठा पाते है. ऐसा ही एक मामला झारखंड के बोकारो से आया है जहां कसमार प्रखंड के बागदा निवासी 70 वर्षीय खेदन घांसी को सरकारी रिकॉर्ड में मृत घोषित कर दिया गया है. 


बता दें खेदन अब खुद को जीवित साबित करने के लिए प्रखंड कार्यकाल का चक्कर लगाना पड़ रहा है. उसे सरकारी दफ्तर में बताना पड़ रहा है कि वह जिंदा हैं, लेकिन खेदन घांसी को अभी तक निराशा ही हाथ लगी है. खेदन की बंद हुई वृद्धा पेंशन अभी तक चालू नहीं हो पाई है. 


दरअसल, 70 साल के खेदन घांसी को पिछले कई सालों तक नियमित रूप से वृद्धावस्था पेंशन मिल रही थी. उसके बाद सितंबर 2022 से इन्हें अचानक पेंशन मिलनी बंद हो गई. खेदन गांव के गोडाइत हैं. पेंशन बंद होने के बाद वह पेंशन के लिए प्रखंड कार्यालय का चक्कर लगाना शुरू किया. काफी मशक्कत के बाद उनको पता चला कि सरकारी रिकॉर्ड में वह मृत हो गए हैं. अब खुद को जीवित साबित करने के लिए खेदन को फिर से भागदौड़ शुरू करनी पड़ी.