DELHI: नरेंद्र मोदी और अमित शाह की कश्मीर क्रांति ने कांग्रेस को भी तार-तार कर दिया है। नीचे से लेकर ऊपर तक पार्टी लाइन के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले नेताओं की झड़ी लग गयी है। आलम ये है कि सोनिया गांधी के निकटतम सहयोगी रहे जनार्दन द्विवेदी से लेकर सोनिया के लोकसभा क्षेत्र की कांग्रेस विधायक ने इस मसले पर पार्टी का साथ छोड़ दिया है। कांग्रेस में जबरदस्त फूट से सोनिया-राहुल की मुसीबतें और बढ़ गयी हैं।
सोनिया के क्षेत्र की विधायक का विद्रोह
सोनिया गांधी के लोकसभा क्षेत्र की विधायक अदिति सिंह ने कश्मीर पर केंद्र के फैसले का खुला समर्थन कर दिया है। अदिति सिंह ने ट्वीट कर कहा है कि अनुच्छेद 370 के मसले पर पूरा देश एक है। ट्विटर पर किसी ने उनसे पूछा कि वे कांग्रेसी हैं। अदिति सिंह ने कहा कि पहले वे एक हिंदुस्तानी हैं। अदिति सिंह रायबरेली सदर की विधायक हैं।
जनार्दन द्विवेदी का पार्टी से बगावत
ये वही जनार्दन द्विवेदी हैं जो कुछ साल पहले तक सोनिया गांधी के किचन कैबिनेट के मेम्बर थे। कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में शामिल द्विवेदी इस अनुच्छेद 370 पर केंद्र के फैसले का खुला समर्थन किया है। जनार्दन द्विवेदी ने कहा कि उनके सियासी गुरु राम मनोहर लोहिया ने शुरू से ही कश्मीर में अनुच्छेद 370 का विरोध किया था। आज जब केंद्र सरकार ने ये फैसला किया है तो वे इसका समर्थन करते हैं। द्विवेदी ने ये भी कहा कि उनका स्टैंड व्यक्तिगत है। पार्टी का स्टैंड चाहे जो हो।
कांग्रेस में बगावत की झड़ी
इससे पहले राज्यसभा में कांग्रेस के चीफ व्हिप भुवनेश्वर कलिता ने कश्मीर मसले पर पार्टी सांसदों को व्हिप जारी करने से इनकार करते हुए पार्टी छोड़ने का एलान कर दिया था। ये कांग्रेस के लिए बड़ा झटका था। वहीं कांग्रेसी नेता कीर्ति आजाद ने भी खुल कर अनुच्छेद 370 हटाने का समर्थन किया है। पार्टी में ऐसे नेताओं की झड़ी लगी है जो नरेंद्र मोदी सरकार के फैसले के पक्ष में खुलकर खड़े हो गए हैं।