NAWADA: शादी तय होने के बाद लड़का अपनी होने वाली पत्नी से मिलने उसके गांव अक्सर आया करता था। जबकि दोनों की शादी 1 मार्च को होने वाली थी। लड़का अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहा था। वह लड़की से मिलने फिर उसके गांव में पहुंच गया फिर क्या था गांव वालों को शादी से पहले मिलना सही नहीं लगा। दोनों को गांववालों ने पकड़ लिया और पास के मंदिर में ले जाकर जबरन शादी करवा दी। मामला नवादा के कुंजैला गांव का बताया जा रहा है।
मंदिर में हो रहे इस अनोखी शादी को देखने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। शादी की रस्में पूरी होने के बाद गांव वालों ने दोनों को आशीर्वाद दिया। बताया जाता है कि सिद्धेश्वर प्रसाद की बेटी की आरती की शादी हिसुआ के मनमा गांव निवासी सुनील प्रसाद के बेटे कुंदन कुमार के साथ तय हुई थी। शादी तय होने के बाद इंगेजमेंट भी हुआ था। इंगेजमेंट के बाद दोनों के बीच बातचीत होने लगी। दोनों अब लुक छिपकर मिलने लगे। लड़की से मिलने के लिए उसके गांव में कुंदन अक्सर आया करता था।
लड़की के परिवालों और गांव के लोगों को यह ठीक नहीं लग रहा था। शादी से पहले मिलने पर लोगों ने कई बार लड़के को समझाया भी था इसके बावजूद वह मिलने पहुंचा था।एक दिन दोनों को ग्रामीणों ने रंगेहाथों पकड़ लिया। दोनों के परिवारवालों को बुलाया गया और पास के मंदिर में दोनों की शादी करवाई गयी। गांव वालों के सामने लड़के ने लड़की की मांग भरी। मंदिर में मौजूद लोगों ने वर-वधू को आशीर्वाद दिया। शादी के बाद लड़की को लेकर कुंदन अपने घर चला गया। कुंदन ने बताया कि वह इस शादी से बेहद खुश हैं। हम दोनों यही चाह रहे थे कि शादी जल्द हो जाए। आज नहीं तो कल शादी होनी ही थी।