आसमान का सिकंदर बनेगा हिन्दुस्तान, पाक के एफ-16 पर भारी पड़ेगा ‘राफेल’

आसमान का सिकंदर बनेगा हिन्दुस्तान, पाक के एफ-16 पर भारी पड़ेगा ‘राफेल’

NEW DELHI : भारतीय वायुसेना आज 87वां स्थापना दिवस मना रहा है. हर साल 8 अक्टूबर को भारतीय वायुसेना दिवस मनाया जाता है। इस खास मौके पर आज वायुसेना की ताकत बढ़ने वाली है। लंबे इंतजार के बाद अत्याधुनिक लड़ाकू विमान 'राफेल' (Rafale) हमारी वायुसेना में शामिल हो रहा है. खुद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath singh) राफेल में उड़ान भरेंगे। हालांकि, यह मई 2020 तक भारत आएगा। तब तक भारतीय वायुसेना के पायलट फ्रांस में ही इसे उड़ाने की ट्रेनिंग लेंगे।
 
 भारतीय वायुसेना में शामिल होने वाले राफेल में पाकिस्तान के एफ-16 से ज्यादा आधुनिक तकनीक है। आइए जानते हैं पाक के एफ-16 से कितना बेहतर और ताकतवर है भारत का राफेल.

एफ-16 से बड़ा और ताकतवर है राफेल 

- आकार और ताकत के मामले में राफेल, एफ-16 से काफी बेहतर है। राफेल के डैनों की लंबाई 10.90 मीटर, जबकि एफ-16 की 9.96 मीटर है।

- राफेल की लंबाई 15.30 मीटर और एफ-16 की 15.06 मीटर है।

- वजन की बात करें तो राफेल का कुल वजन 10 टन है, यह करीब 24.5 टन वजन के हथियार लेकर उड़ सकता है। वहीं, पाकिस्तान के एफ-16 का वजन 9.2 टन है। इसकी हथियार लेकर उड़ने की क्षमता महज 21.7 टन है।


जल्द फैसला ले सकता है ये फाइटर पायलट 

किशोर खेरा कहते हैं कि राफेल का ह्यूमन मशीन इंटरफेस भी तकनीकी रूप से इसे अन्य विमानों से ज्यादा सक्षम बनाता है। यह फाइटर पायलट के लिए बेहद मददगार है। पायलट के लिए राफेल में लगे अलग-अलग तरह के सेंसर जंग के समय स्थिति को आसानी से और बेहतर तरीके से समझने में मददगार साबित होंगे।