पटना में नगर निगम की लापरवाही से खुला मेनहोल बना जानलेवा, नाले में गिरा बच्चा पहली उड़ान बनी आखिरी सफर, सऊदी नौकरी पर निकले युवक ने फ्लाइट में दम तोड़ा, विदेश में नौकरी का सपना रह गया अधूरा जमुई में नक्सलियों की बड़ी साजिश नाकाम, जंगल से 24 सिलेंडर बम बरामद भागलपुर-हंसडीहा मुख्य मार्ग पर भीषण सड़क हादसा, महिला की मौत, 6 की हालत गंभीर Patna News: पटना एयरपोर्ट के लिए जारी हुआ नया आदेश, उल्लंघन किया तो होगी कड़ी कार्रवाई बेगूसराय में टला बड़ा हादसा: चलती ट्रेन के इंजन में लगी आग, यात्रियों ने कूदकर बचायी अपनी जान गांधी सेतु पर ट्रक और पिलर के बीच फंसा बाइक सवार, ट्रैफिक पुलिस ने किया रेस्क्यू AI in election: AI की चालबाज़ी से उलझे बिहार के वोटर! फर्जी कॉल्स-Deepfake से फैला भ्रम, अब चुनाव आयोग कसेगा शिकंजा! प्यार के लिए लड़का बना लड़की, अब पति किन्नर से शादी की जिद पर अड़ा Bihar politics : तेजस्वी ने किया 'महिला संवाद' पर हमला, जदयू का पलटवार...क्या महिलाओं की तरक्की से डरते हैं नेता प्रतिपक्ष?
1st Bihar Published by: Dhiraj Kumar Singh Updated Sat, 19 Apr 2025 10:12:00 PM IST
JAMUI: बिहार के जमुई से बड़ी खबर आ रही है। सुरक्षा बलों ने एक बड़ी नक्सली साजिश को नाकाम कर दिया है। शनिवार को एसएसबी की 16वीं वाहिनी ने गिद्धेश्वर रेंज के चतरो पहाड़ इलाके में सर्च अभियान चलाकर 24 सिलेंडर बम बरामद किया हैं। नक्सलियों ने इन बमों को सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाने और दहशत फैलाने के इरादे से जंगलों में छिपाकर रखा था। समय रहते बमों का पता चल जाने से एक बड़ा हादसा टल गया।
इस सर्च ऑपरेशन की शुरुआत तब हुई जब एसएसबी को खुफिया सूत्रों से जानकारी मिली कि चतरो पहाड़ क्षेत्र में भारी मात्रा में अवैध विस्फोटक सामग्री छिपाई गई है। इस सूचना के बाद एसएसबी के कमांडेंट अनिल कुमार पठानिया के निर्देश पर विशेष सर्च टीम का गठन किया गया। टीम का नेतृत्व समवाय कमांडर निरीक्षक रमेश कुमार गुर्जर ने किया। इसमें एसएसबी के 24 जवान, गरही थाना के उप निरीक्षक हरी हर राय, और जमुई पुलिस का बम निरोधक दस्ता भी शामिल था।
बताया जाता है कि टीम ने जब चतरो पहाड़ के जंगल में सघन तलाशी अभियान शुरू किया, तो उन्हें वहां मिट्टी में गाड़े गए 24 पाइपनुमा सिलेंडर बम मिले, जिनका वजन 4 से 5 किलोग्राम प्रति बम था। हालांकि इन बमों में विस्फोटक सामग्री मौजूद नहीं थी, लेकिन विशेषज्ञों के अनुसार इनका उपयोग आसानी से विस्फोटक भरकर किया जा सकता था। ये बम सुरक्षा बलों, सरकारी संपत्तियों और आम नागरिकों के लिए गंभीर खतरा बन सकते थे।
बम निरोधक दस्ते ने सभी बमों को सुरक्षा मानकों का पालन करते हुए जंगल से बाहर निकाला और उन्हें गरही थाना परिसर में जमा करा दिया गया है। अब पुलिस इन बमों के संबंध में गहन जांच कर रही है कि इन्हें कब और किस उद्देश्य से यहां छिपाया गया था।
सुरक्षा बलों को मिली बड़ी कामयाबी पर कमांडेंट पठानिया ने कहा कि यह कार्रवाई नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षा बलों की सजगता और मुस्तैदी का प्रमाण है। भविष्य में भी इस तरह के तलाशी अभियान चलाकर नक्सल गतिविधियों पर कड़ा नियंत्रण रखा जाएगा।