DESK: दो दिन पहले हरियाणा विधानसभा चुनाव के रिजल्ट आये हैं. बीजेपी ने सारी विपक्षी पार्टियों को नहीं बल्कि राजनीतिक विश्लेषकों को भी हैरान कर लगातार तीसरी बार सरकार बनाने का रास्ता साफ कर लिया. बीजेपी की जीत के बाद हरियाणा में जिन तबकों के लोग सबसे ज्यादा खुश हैं, उनमें यादव बिरादरी शामिल है. सूबे में बनने वाली नयी सरकार में यादवों को अहम पद दिया जा सकता है. हरियाणा में यादव डिप्टी सीएम बनाने की चर्चा आम है.
अहीरों के गढ़ पर बीजेपी का कब्जा
उत्तर प्रदेश और बिहार जैसे राज्यों में यादव जाति के वोटरों को बीजेपी का सबसे बड़ा विरोधी माना जाता है. यादवों का ये स्टैंड मुलायम सिंह यादव, अखिलेश यादव, लालू यादव से लेकर तेजस्वी यादव जैसे नेताओं के कारण रहा है. लेकिन हरिय़ाणा में यादवों ने बीजेपी की जीत में सबसे अहम रोल निभाया.
हरियाणा में यादवों के बाहुल्य वाले इलाके को अहीरवाल कहा जाता है. आजादी से पहले अहीरवाल एक रियासत थी, जिसके राजा यादव जाति से हुआ करते थे. अब भी इस क्षेत्र में यादव जाति के वोटरों की तादाद सबसे ज्यादा है. अहीरवाल इलाके में बीजेपी ने कांग्रेस का सफाया करते हुए लगभग पूरी तरह से कब्जा जमा लिया है.
11 में से 10 सीटों पर जीत
अहीरवाल क्षेत्र में हरियाणा विधानसभा क्षेत्र की 11 सीटें आती हैं. इनमें से 10 पर बीजेपी का कब्जा हो गया है. यादव किस तरह से बीजेपी के साथ थे, इसका अंदाजा लालू-राबड़ी के दामाद चिरंजीव राव के चुनाव में हुए हाल से लगाया जा सकता है. चिरंजीव राय अहरीवाल क्षेत्र की राजधानी माने जाने वाली रेवाड़ी सीट से कांग्रेस के सीटिंग विधायक थे. लेकिन इस चुनाव में उन्हें बीजेपी के लक्ष्मण सिंह यादव ने करीब 29 हजार वोटों से हरा दिया. चिरंजीव राव के लिए लालू यादव ने वीडियो जारी कर वोट मांगा था तो तेजप्रताप यादव सभा से लेकर रोड शो कर रहे थे.
मिल सकता है डिप्टी सीएम पद
दरअसल चर्चा ये हो रही है कि हरियाणा में अपने दम पर सरकार बनाने जा रही बीजेपी सीएम के साथ साथ दो डिप्टी सीएम भी बना सकती है. ऐसे में यादव विधायकों की डिप्टी सीएम पद पर दावेदारी हो गयी है. दावेदारों की सूची में कई नाम शामिल हैं.
अहीरवाल क्षेत्र की अटेली विधानसभा सीट से केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह की बेटी आरती सिंह राव चुनाव जीती हैं. केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत की सिफारिश पर पार्टी ने 9 उम्मीदवारों को टिकट दिया था. वे सारे उम्मीदवार चुनाव जीत गये. हरियाणा की सबसे बड़ी असेंबली सीट बादशाहपुर से जीत राव नरबीर सिंह चाहते हैं कि डिप्टी सीएम का पद मिल जाए. राव नरबीर अमित शाह के करीबी माने जाते हैं. चुनाव के बाद उनकी हाईकमान से दिल्ली में मुलाकात भी हुई है.
अमित शाह ने दिलाया था भरोसा
दरअसल विधानसभा चुनाव से पहले नरबीर सिंह को टिकट मिलना भी मुश्किल दिख रहा था. चर्चा ये हुई कि अमित शाह के दखल के बाद उन्हें टिकट मिला था. अमित शाह ने उनके लिए प्रचार भी किया था और कहा था कि यदि वह जीते तो बड़े आदमी बनेंगे. राव नरबीर सिंह लगभग 60 हजार वोट से चुनाव जीत चुके हैं. बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि राव नरबीर की दावेदारी को हल्के में नहीं लिया जा सकता है. यदि वह डिप्टी सीएम नहीं बने तो भी उन्हें कैबिनेट में कोई बड़ा पद मिलना तय है.