KATIHAR : राजद सुप्रीमो लालू यादव के छोटे बेटे और पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव जन विश्वास यात्रा पर है। इस दौरान उनके आज के रोड शो के कार्यक्रम में बदलाव हुआ था। तेजस्वी बीते शाम भागलपुर रवाना नहीं हुए थे बल्कि आज सुबह उन्होंने भागलपुर से अपनी यात्रा शुरू की है। लंबी दूरी की वजह से रोड शो के प्रोग्राम में बदलाव किया गया था। वहीं, भागलपुर रवाना होने से पहले तेजस्वी यादव ने नीतीश को लेकर बड़ी बात कही है।
तेजस्वी यादव ने कहा कि -मेरी जन विश्वास यात्रा में ए टू जेड हर किसी का साथ मिल रहा है। हमने तो फार्मूला तैयार किया है उसका असर दिख रहा है। आज हर जाति, वर्ग, धर्म समुदाय के लोगों का समर्थन हमें मिल रहा है। लोगों की इतनी भीड़ आ रही है कि तय समय पर कोई कार्यक्रम नहीं हो पा रहा है और हमलोग समय से लेट चल रहे हैं। इससे बड़ा आशीर्वाद मुझे और क्या चाहिए। जनता का यही प्यार मुझे ताकत देती है।
इसके अलावा तेजस्वी से जब वह सवाल किया गया कि सीमांचल में तो AIMIM को बहुमत हासिल होता है पिछले बार भी आपने देखा है। हालांकि, बाद में वो आपके साथ आ गए और इसको लेकर AIMIM के सुप्रीमों आपलोगों पर सवाल भी उठाते हैं तो तेजस्वी ने कहा कि- उनसे हमारी कोई लड़ाई ही नहीं है तो इस सवाल का कोई मतलब नहीं रह जाता है। हमारी लड़ाई है एनडीए के साथ है और बिहार में भी असली लड़ाई एनडीए और महागठबंधन में ही है। बाकी बातों का कोई मतलब नहीं रह जाता है
वहीं, तेजस्वी के जब यह सवाल किया गया कि आपके चाचा यानि नीतीश कुमार आपने साथ छोड़ कर चले गए ऐसे में भाजपा को रोकना कितनी बड़ी चुनौती है आपके लिए तो इसके जवाब में उन्होंने कहा कि - मुझे किसी बड़ी चुनौती का सामना नहीं करना है बल्कि उन्होंने(नीतीश कुमार )जो झंडा उठाया था उसे झंडे को अब मुझे उठाना है।
इसके अलावा वापस से नीतीश कुमार के तरफ से आशीर्वाद मिलने के सवाल पर तेजस्वी यादव ने कहा कि- उनका आशीर्वाद तो हमेशा से ही मिलता रहा है वो मेरे से बड़े हैं तो उनका आदर करना मेरा फर्ज बनता है और वो आशीर्वाद दें ये उनका फर्ज बनता है। ऐसी में उनकी मर्जी है कि अबकी बार वो आशीर्वाद दे या ना दे। मेरा फर्ज बढ़ता है उन्हें सम्मान देना और मैं उन्हें हमेशा सम्मान देता रहूंगा।
उधर, राजद विधायक के पर हुई ईडी की छापेमारी को लेकर तेजस्वी ने कहा कि- इस तरह के छापेमारी से क्या फर्क पड़ता है, इससे कुछ होने वाला है। एक बात अच्छी तरह से समझ लीजिये कि ईडी, सीबीआई या केंद्रीय एजेंसियां विपक्ष के घर पर रेड तभी करती है जब उन्हें लगता है कि हम हार जाएंगे यानी जब भाजपा डर जाती है तो ऐसा करती है।