घूसखोर इंजीनियर वीरेंद्र राम मेडिकल चेकअप में पाए गए स्वस्थ, ED रिमांड के दूसरे दिन कर रही है पूछताछ

घूसखोर इंजीनियर वीरेंद्र राम मेडिकल चेकअप में पाए गए स्वस्थ, ED रिमांड के दूसरे दिन कर रही है पूछताछ

RANCHI: ग्रामीण विकास विभाग के इंजीनियर वीरेंद्र राम को मेडिकल चेकअप के लिए सदर अस्पताल लाया गया, जहां जांच के दौरान डॉक्टरों की टीम ने उन्हे स्वस्थ पाया। वीरेंद्र राम के वकील ने कोर्ट से आग्रह किया था कि वीरेंद्र राम का मेडिकल कंडिशन ठीक नहीं है वो कई तरह की बिमारियों से ग्रसित है, इसलिए उनके स्वास्थ्य को देखते हुए मेडिकल ग्राउंड में रिमांड अवधि कम रखी जाए और मेडिकल जांच होता रहे। कोर्ट ने हर 24 घंटे पर मेडिकल जांच का आदेश दिया था। ईडी के रिमांड के दूसरे दिन पूछताछ से ठीक पहले ईडी की टीम उन्हे अस्पताल लेकर आई जहां डॉक्टरों ने उनके मेडिकल कंडिशन को ठीक पाया।


इससे ठीक पहले ईडी ने ग्रामीण विकास विभाग के मुख्य अभियंता वीरेंद्र राम की संपत्ति , निबटये गये टेंडर और सरकारी बंगला आवंटन और सर्विस संबंधित ब्योरे की जानकारी के लिए संबंधित विभाग के सचिव को पत्र लिखा है। ईडी ने सरकार को पत्र लिखकर ये जानना चाहा है कि वीरेंद्र राम ने अपने कार्यकाल के दौरान संपत्ति का ब्यौरा दिया है या नहीं। अगर उसने सरकार को अपनी संपत्ति का ब्यौरा दिया है तो उसे ईडी को जांच के लिए उपलब्ध कराया जाए। 


वीरेंद राम के भ्रष्टाचार और आलीशान जिंदगी को लेकर कई खुलासे सामने आ रहे है। वीरेंद्र राम ने जमशेदपुर स्थित सिंचाई विभाग के बंगले पर अवैध कब्जा बरकरार रखने के लिए एक बड़े अधिकारी को रिश्वत के रूप में 10 लाख रूपये दिये थे। वीरेंद्र राम पर नजर रखने के दौरान उसके फोन कॉल से इस बात की जानकारी मिली है, ईडी को उस घूसखोर अफसर की तलाश है। 2018 से ही अबतक वीरेंद्र राम ने सरकारी बंगले पर अवैध कब्जा बना रखा है।