PATNA: बिहार विधानमंडल के दोनों सदनों में विपक्षी दल बीजेपी सरकार को किसी न किसी मुद्दे पर घेरने की हर संभव कोशिश कर रही है। विधानसभा के भीतर और बाहर आज बीजेपी के विधायकों ने 10 लाख नौकरी के वादे की याद सरकार को दिलाई। सदन के बाहर बीजेपी विधायकों ने हाथों में पोस्टर लेकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और युवाओं को धोखा देने का आरोप लगाया। विधान परिषद में विपक्ष के नेता सम्राट चौधरी ने कहा कि घोटाला करना आरजेडी का पुराना काम रहा है।
सम्राट चौधरी ने कहा कि बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने घोषणा किया था कि जिस दिन सत्ता में आएंगे 10 हजार युवाओं को सरकारी नौकरी देंगे। 25 से अधिक कैबिनेट की बैठकें हो चुकी हैं लेकिन बिहार के युवाओं को न तो रोजगार मिला और ना ही पक्की नौकरी मिली। सिर्फ अपने रोजगार के लिए काम किया और यही आरजेडी के पुराना चरित्र है।उन्होंने कहा कि बिहार में लाखों शिक्षकों की बहाली होनी है। 40 हजार जिन प्रधानाध्यापक शिक्षकों का प्रमोशन होना है उसको भी सरकार ने घोटाले के तौर पर नियुक्ति की कटैगरी में रखा है। घोटाला करना आरजेडी के लोगों का पुराना काम रहा है। लालू-राबड़ी का नाम लिए बिना सम्राट चौधरी ने कहा कि उनका पूरा परिवार घोटाला करने में एक्सपर्ट है और इस बात को बिहार की जनता अच्छी तरह से जानती है।
सम्राट चौधरी ने कहा कि सरकार के लोग सिर्फ नियुक्ति की बात कहते हैं लेकिन सही मायनों में युवाओं को नौकरी नहीं मिल पा रही है। नीतीश कुमार की सरकार ऐसी है, जो सिर्फ चुनाव के समय जनता को सपना दिखाने का काम करती है। पहले जो भी नियुक्तियां निकाली गईं सभी में सरकार फर्जीवाड़ा कर रही है। जिनती नियुक्तियां निकाली गई उनके हिसाब से बहाली नहीं की गई। बिहार में नीतीश-तेजस्वी के नेतृत्व में नियुक्ति घोटाला करने वाली सरकार बनी है। वहीं आरजेडी की तरफ से यह कहने पर कि कुछ लोगों को घी नहीं पचता है, इसपर उन्होंने कहा कि चारा खाने वाले लोगों पर कुछ भी बोलना बेकार है। चारा खाने वालों को घी पर बात करने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।