KATIHAR: मनिहारी में बाढ़ और कटाव से तबाही, सांसद तारिक अनवर पहुंचे धुरयाही पंचायत, मदद का दिया आश्वासन अयोध्या दर्शन को रवाना हुआ 13वां जत्था, अजय सिंह की पहल से अब तक 2500 श्रद्धालु पहुंचे पावन नगरी पूर्णिया में भाजपा जिलामंत्री नूतन गुप्ता का युवा संवाद, युवाओं से मोदी की जनसभा में शामिल होने की अपील Bihar Politics: ‘RJD को मुसलमानों की चिंता नहीं, सिर्फ BJP का डर दिखाकर उनका वोट लिया’ प्रशांत किशोर का बड़ा हमला Bihar Politics: ‘RJD को मुसलमानों की चिंता नहीं, सिर्फ BJP का डर दिखाकर उनका वोट लिया’ प्रशांत किशोर का बड़ा हमला Bihar Crime News: बिहार में रंगदारी नहीं देने पर बदमाशों का तांडव, वार्ड सदस्य के घर बोला हमला; ताबड़तोड़ फायरिंग से हड़कंप Bihar Crime News: बिहार में नक्सल विरोधी अभियान में बड़ी सफलता, 9 साल से फरार दो हार्डकोर नक्सली गिरफ्तार जमुई में चौथी बार मिनी गन फैक्ट्री का खुलासा, दो गिरफ्तार, हथियार-कारतूस बरामद Bihar Crime News: बिहार के इस जिले में रेड लाइट एरिया में पुलिस टीम पर हमला, महिला दारोगा के साथ मारपीट; चार जवान घायल Bihar Crime News: बिहार के इस जिले में रेड लाइट एरिया में पुलिस टीम पर हमला, महिला दारोगा के साथ मारपीट; चार जवान घायल
1st Bihar Published by: Updated Wed, 06 May 2020 02:13:10 PM IST
- फ़ोटो
PATNA : केंद्र सरकार ने बिहार के गया जिले को रेड जोन में कैसे शामिल कर लिया है. बिहार सरकार ने केंद्र से ये सवाल पूछा है. गया को रेड जोन घोषित करने पर एक सप्ताह के बाद बिहार सरकार की नींद टूटी है और उसने केंद्रीय गृह मंत्रालय से जानकारी मांगी है.
6 दिन पहले केंद्र सरकार ने जारी की थी सूची
30 अप्रैल को ही केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कोरोना को लेकर देश के जिलों को तीन हिस्सों में बांटने की अधिसूचना जारी की थी. देश के सारे जिलों को रेड, ऑरेंज और ग्रीन जोन में बांट दिया था. केंद्र ने बिहार के गया को रेड जोन में रखा था. इससे सारे लोग हैरान थे. केंद्र सरकार ने ये भी साफ कर दिया था कि कोई भी राज्य रेड जोन वाले किसी जिले को ऑरेंज या ग्रीन जोन में तब्दील नहीं कर सकता.
दरअसल हैरानी इस बात से थी कि गया बिहार में कोरोना को लेकर सबसे कम रिस्क वाले जिलों में शामिल है. गया में अब तक सिर्फ 6 पॉजिटिव मरीज पाये गये हैं. जिनमें से 5 की रिपोर्ट निगेटिव हो चुकी है. यानि वे कोरोना से मुक्त हो चुके हैं. सिर्फ एक एक्टीव मरीज वाले गया को रेड जोन बनाने का कारण बिहार सरकार की भी समझ से परे थे.
हैरानी इस बात की भी थी कि बिहार के कई जिलों में गया की तुलना में काफी ज्यादा कोरोना प़ॉजिटिव मरीज पाये जा चुके थे. लेकिन इसके बावजूद उन्हें ऑरेंज जोन में रख दिया गया था. मसलन नालंदा में कोरोना के 36 प़ॉजिटिव केस पाये जा चुके हैं. वहीं कैमुर में कोरोना के 31 मरीजों की पहचान हो चुकी है. गोपालंगज, मधुबनी, भोजपुर, बेगूसराय जैसे कई जिलों में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या गया से ज्यादा है. लेकिन इन तमाम जिलों को ऑरेंज जोन में रखा गया है.
बिहार सरकार ने मांगा स्पष्टीकरण
बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने ट्वीट कर जानकारी दी कि राज्य सरकार ने केंद्र से स्पष्टीकरण मांगा है. राज्य सरकार ने पूछा है कि गया को रेड जोन में रखने का कारण क्या है. दरअसल रेड जोन में आने वाले जिलों में कई तरह की सख्ती बरती जा रही है. वहीं ऑरेंज और ग्रीन जोन वाले जिलों में कई तरह की छूट दी गयी हैं. हालांकि बिहार सरकार ने अपने किसी जिले को ग्रीन जोन में नहीं रखा है. लेकिन ऑरेंज जोन में शामिल जिलों में कई रियायतें दी जा रही हैं. लेकिन गया के रेड जोन में रहने के कारण वहां किसी तरह की कोई छूट नहीं दी जा रही है.
#BiharFightsCorona red/orange and green districts in bihar as notified by #mohfw ,govt of india.we have sought clarifications regarding gaya district. pic.twitter.com/72kdAJMBZ3
— sanjay kumar (@sanjayjavin) May 6, 2020