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1st Bihar Published by: Vikramjeet Updated Thu, 07 Dec 2023 02:15:23 PM IST
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VAISHALI : देश में यदि किसी के सामने ईडी का नाम ले लिया जाए तो उसके माथे पर पसीना आ जाता है। लेकिन, बात जब बिहार क होती है तो यहां कुछ भी संभव है और यहां कोई भी काम और उल्टा हो जाता है। ऐसे में जो ईडी अब तक दूसरे की संपत्ति जब्त करने के लिए जानी जाती है अब बिहार में ईडी की जमीन और संपत्ति पर शिक्षा माफिया ने कब्जा जमा लिया है। यहीं नहीं शिक्षा माफिया तो उस जमीन पर इंटर स्कूल खोलने जा रहे हैं।
दरअसल, वैशाली जिले के भगवानपुर प्रखंड का है। जहां 2016 के इंटर टॉपर घोटाले के मास्टरमाइंड और शिाशिक्षा माफिया बच्चा राय ने ईडी के कब्जे वाली अपनी जमीन और अन्य संपत्तियों पर धीरे-धीरे कब्जा करना शुरू कर दिया। बच्चा राय ने जब्त बिल्डिंग को अपने कब्जे में लेते हुए उस पर इंटर कॉलेज खोलने जा रहे थे तभी ईडी हरकत में आया और उसने बच्चा राय के खिलाफ केस दर्ज कराने के लिए आवेदन दिया।
वहीं, ईडी के सहायक निदेशक राजीव रंजन ने भगवानपुर थाने में शिक्षा माफिया अमित कुमार उर्फ बच्चा राय के खिलाफ केस दर्ज करने के लिए 24 नवंबर को ही आवेदन दिया था। आवेदन के आधार पर वैशाली के भगवानपुर पुलिस ने शिक्षा माफिया के खिलाफ विभिन्न धाराओं में 29 नवंबर को केस दर्ज किया।मजे की बात यह कि मान्यता देने के लिए बिहार बोर्ड ने यहां जांच भी कर ली है। लेकिन, इन बातों का खुलासा तब हुआ जब ईडी के असिस्टेंट डायरेक्टर राजीव रंजन ने भगवानपुर थाने में इन संपत्तियों को छुड़ाने के लिए एफआईआर दर्ज कराई।
2016 में गिरफ्तारी के बाद से अमित उर्फ बच्चा राय जेल में था। 2019 में 2 हफ्तों की जमानत पर बाहर आने के बाद से वह फरार है। यह खुलासा तब हुआ जब हाई कोर्ट ने बच्चा राय के पिछले 4 सालों से जेल से बाहर बेखौफ घूमने और उसकी गिरफ्तारी नहीं होने को लेकर हाईकोर्ट ने कहा था किबच्चा राय गिरफ्तार नहीं हो रहा, यह आश्चर्य है। उसके बाद इसकी गिरफ्तारी हुई और उसके बाद से अमित उर्फ बच्चा राय जेल में था। 2019 में 2 हफ्तों की जमानत पर बाहर आने के बाद से वह फरार है। यह खुलासा तब हुआ जब हाई कोर्ट ने बच्चा राय के पिछले 4 सालों से जेल से बाहर बेखौफ घूमने और उसकी गिरफ्तारी नहीं होने को लेकर इसी साल 9 अक्टूबर को कहा था कि बच्चा राय गिरफ्तार नहीं हो रहा यह आश्चर्य का विषय है
एक वक्त था जब बिहार का पूरा शिक्षा महकमा माफियाओ के चंगुल में था। बिहार का शिक्षा महकमा माफियागिरी के भेंट चढ़ चुका था। पैसे के दम पर एडमिशन से लेकर परीक्षा पास कराने का व्यवसाय चल रहा था उस दौर में ही टॉपर घोटाला सामने आया और तब शिक्षा माफियाओं पर एफआईआर दर्ज की गई थी। ईडी ने जांच के बाद माफिया बच्चा राय समेत कई लोगों पर शिकंजा कस उनकी जमीनों को जब्त किया था।
टाॅपर घोटाले में वैशाली जिले में स्थित विशुन राय काॅलेज और काॅलेज का प्रिंसिपल बच्चा राय बिहार के शिक्षा महकमे में सबसे बड़े माफिया के तौर पर सामने आए थे। जहां बच्चों को अच्छे नंबर दिलाने और टॉपर बनाने का सिंडिकेट चलाया जा रहा था। जांच के बाद बच्चा राय की गिरफ्तारी हुई और एजेंसी ने बच्चा राय के काॅलेज समेत कई सम्पत्तियों को जब्त कर लिया था।