PATNA: लोकसभा चुनाव में सरकार के खिलाफ चुनाव लड़ कर आफत मोल चुके छोटे सरकार को फंसाने के लिए सारे उपाय किये जा रहे हैं. ताजा हाल ये है कि अनंत सिंह को 191 करोड़ बकाये की नोटिस थमायी गयी है जबकि उसी विभाग के मंत्री कह रहे हैं कि अनंत सिंह पर कोई बकाया है ही नहीं. सवाल ये है कि जब कोई बकाया ही नहीं है तो नोटिस किसने और कैसे जारी कर दिया.
क्या है मामला ?
दरअसल, खबर ये आयी है कि लखीसराय के जिला खनन पदाधिकारी ने अनंत सिंह की कंपनी राजनंदिनी प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड को 191 करोड़ 14 लाख रूपया जमा करने को कहा है. नोटिस के मुताबिक अनंत सिंह की कंपनी को लखीसराय जिले में बालू खनन का काम मिला था लेकिन उन्होंने काम नहीं किया. इससे सरकार को जो नुकसान हुआ उसकी भरपाई करने के लिए अनंत सिंह से 191 करोड़ 14 लाख रूपये मांगी जा रही है. हालांकि इस मसले पर किसी सरकारी पदाधिकारी ने मीडिया को कोई जानकारी नहीं दी है. लेकिन उन्हें जारी किया नोटिस मीडिया में घूम रहा है.
मंत्री बोले-अनंत सिंह पर कोई बकाया नहीं
बिहार के खनन मंत्री बृजकिशोर बिंद ने अनंत सिंह की कंपनी राजनंदिनी प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड पर किसी किस्म का बकाया होने की बाते से इंकार कर दिया है. मंत्री ने कहा कि राजनंदिनी कंपनी को 2015 में लखीसराय जिले में बालू खनन का ठेका मिला था. 2016 में उस ठेका को रद्द कर दिया. उसके बाद सरकार ने बालू खनन के ठेके को दूसरी कंपनी को आवंटित कर दिया. लेकिन राज्य स्तरीय पर्यावरण कमिटी (सीया) ने खनन की मंजूरी दी नहीं है. लिहाजा बालू खनन का काम शुरू ही नहीं हो पाया. मंत्री ने कहा कि विभाग के पास कोई जानकारी नहीं है कि राजनंदिनी प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड के पास कोई पैसा बकाया है.
कौन फंसा रहा है अनंत सिंह को ?
लोकसभा चुनाव के बाद से ही अनंत सिंह निशाने पर हैं. अनंत सिंह के खिलाफ तमाम पुराने मामले खोले जा रहे हैं. चर्चा ये है कि सरकार हर हाल में अनंत सिंह को निपटाना चाह रही है. लेकिन सवाल ये है कि क्या इसके लिए गलत नोटिस भी भेज दी जायेगी?