PATNA : लॉक डाउन के बीच बाहर फंसे प्रवासी बिहारियों के घर वापसी का सिलसिला जारी है, लेकिन अभी भी बड़ी तादाद में लोग अन्य राज्यों में फंसे हुए हैं. फर्स्ट बिहार ने बुधवार को ऐसे ही बिहारियों से कॉलिंग सेगमेंट के जरिए संपर्क किया था. इस दौरान बेंगलुरु में फंसे जमुई के 35 लोगों ने अपनी आपबीती सुनाई थी. जमुई के सिकंदरा के रहने वाले इन लोगों का कहना था कि 40 दिनों से लॉक डाउन में फंसे होने के कारण इनका सब कुछ खत्म हो चुका है. घर वापसी की उम्मीद फिलहाल नहीं दिखती और जेब खाली है. इनकी आपबीती सुनने के बाद फर्स्ट बिहार ने इस पूरे मामले की जानकारी जमुई के सांसद और एलजेपी के अध्यक्ष चिराग पासवान को दी थी.
एलजेपी अध्यक्ष और सांसद चिराग पासवान ने अपने संसदीय क्षेत्र के लोगों के मुसीबत में होने की जानकारी मिलते ही तुरंत पहल की है. चिराग पासवान की पहल पर तुरंत बेंगलुरु में फंसे जमुई के लोगों के बीच राशन पहुंचाया गया है. चिराग पासवान ने व्यक्तिगत तौर पर इस मामले का संज्ञान लेते हुए सिकंदरा के रहने वाले अजय और उनके साथियों तक राशन भिजवाया. इन लोगों को 15 दिनों का राशन मुहैया कराया गया है. सांसद की तरफ से मिली राहत से यह सब ही भावुक हो गए हैं.
बिहार के बाहर अभी भी भारी संख्या में बिहारी मजदूर फंसे हुए हैं. सरकार की ओर से उनको वापस लाने की कवायद जारी है. ऐसे में उन इलाकों से लगातार फोन आ रहे हैं, जहां अभी भी लोगों तक मदद नहीं पहुंच पा रही है. दिल्ली, महाराष्ट्र, गुजरात जैसे तमाम इलाकों से लोग लगातार सोशल मीडिया के माध्यम से मदद की मांग कर रहे हैं. फर्स्ट बिहार के माध्यम से आज कई लोगों ने भोजन की मांग की. जिनके पास आज चिराग पासवान की ओर से मदद पहुंची.