सरकार की फजीहत के बाद मंत्री राम सूरत राय के भाई को गिरफ्तार करने की तैयारी, पुलिस ने वारंट के लिए कोर्ट में दी अर्जी

सरकार की फजीहत के बाद मंत्री राम सूरत राय के भाई को गिरफ्तार करने की तैयारी, पुलिस ने वारंट के लिए कोर्ट में दी अर्जी

MUZAFFARPUR : शराब बरामदगी मामले में विपक्ष के निशाने पर आए राज्य के भूमि सुधार एवं राजस्व मंत्री राम सूरत राय के भाई हंसलाल राय की गिरफ्तारी की कवायद तेज हो गई है। मुजफ्फरपुर पुलिस ने मंत्री रामसूरत राय के भाई हंसलाल राय समेत 10 आरोपितों की गिरफ्तारी वारंट के लिए कोर्ट में अर्जी दाखिल कर दी है। मुजफ्फरपुर के एसपी जयंत कांत ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा है कि हंस लाल राय समेत दस आरोपी को की गिरफ्तारी वारंट के लिए पुलिस की तरफ से विशेष उत्पाद कोर्ट में अर्जी दाखिल की गई है। इस मामले को लेकर लगातार नीतीश सरकार की फजीहत तो हो रही थी। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव लगातार मंत्री के भाई को बचाने का आरोप लगा रहे थे। उन्होंने विधानसभा के अंदर और बाहर दोनों जगहों पर इस मामले को पुरजोर तरीके से उठाया है। 


मुजफ्फरपुर के एसपी जयंत कांत के मुताबिक पुलिस की जांच में मामला सही पाए जाने के बाद मंत्री के भाई और अन्य फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए कार्रवाई तेज कर दी गई है। विशेष कोर्ट से वारंट की मंजूरी मिलते ही पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी करेगी। आपको बताते हैं कि इस मामले पर हो रही राजनीति को देखते हुए सरकार बैकफुट पर है। इस मामले में अब तक 5 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। 


मुजफ्फरपुर के बोचहां में स्कूल परिसर से शराब बरामद की गई थी। यह कैंपस मंत्री रामसूरत राय के परिवार से जुड़ा हुआ है। बोचहां के थानेदार राजेश रंजन के मुताबिक 8 नवंबर 2020 की रात 12 बजे स्थानीय अर्जुन मेमोरियल स्कूल में छापेमारी कर एक ट्रक और चार पिकअप वैन पर लोड 816 कार्टन शराब जप्त की गई थी। इसमें तीन लोग जेल भेजे गए थे। 15 के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई थी। दो आरोपित बाद में पकड़े गए। मंत्री के भाई हंसलाल राय को स्कूल परिसर का मालिक बताते हुए एफआईआर दर्ज कराई गई। छापेमारी के बाद हंसलाल राय ने अग्रिम जमानत लेने के लिए विशेष कोर्ट में अर्जी दाखिल की थी। सुनवाई के बाद कोर्ट ने अर्जी खारिज कर दी। इसके बाद उसने हाईकोर्ट का रुख किया। तीन महीने से ज्यादा गुजर जाने के बावजूद इस मामले में पुलिस सुस्त रही जिसे लेकर तेजस्वी यादव ने भी सवाल खड़े किए थे। अब पुलिस कह रही है कि वारंट मिलने के बाद मंत्री के भाई की गिरफ्तारी होगी।