PATNA : बिहार के पूर्व राज्यपाल फागू चौहान ने अपने तबादले के फैसले के बाद सूबे के विश्वविद्यालयों में जो गुल खिलाये थे, उस पर नये राज्यपाल ने बड़ा स्ट्राइक किया है. कुछ दिनों पहले ही बिहार के राज्यपाल बन कर आये राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने सूबे के 7 यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार के कामकाज पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दिया है. ये वो रजिस्ट्रार हैं जिन्हें पूर्व राज्यपाल फागू चौहान ने खुद को बिहार से हटाये जाने की खबर मिलने के बाद उपकृत किया था या जिनकी पहचान फागू चौहान के खास में की जाती थी. नये राज्यपाल ने एक विश्वविद्यालय के वित्तीय सलाहकार और वित्त अधिकारी के काम काज पर भी रोक लगायी है. उऩकी नियुक्ति भी फागू चौहान ने अपने तबादले की खबर आने के बाद की थी.
राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर के आदेश के संबंध में राजभवन से पत्र जारी किया गया है. राज्यपाल के प्रधान सचिव रॉबर्ट एल. चोंग्थू की ओर से पत्र जारी किया गया है. जिसमें बिहार के मगध विश्वविद्यालय बोधगया, पटना विश्वविद्यालय, मौलाना मजहरूल हक अरबी एवं फारसी विश्वविद्यालय, पाटलिपुत्रा विश्वविद्यालय, कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय, वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय आरा और मुंगेर विश्वविद्यालय के रजिस्टार यानि कुलसचिव के काम पर रोक लगा दिया गया है. राजभवन की ओर से जारी पत्र में कुलपतियों को निर्देश दिया गया है कि वे कुलसचिवों के काम पर रोक लगा दें. वहीं, भागलपुर विश्वविद्यालय के वित्त पदाधिकारी और वित्तीय परामर्शी के काम पर भी रोक लगायी गई है.
भ्रष्टाचार पर राजभवन की स्ट्राइक
करीब एक महीने पहले बिहार के राज्यपाल नियुक्त हुए राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने ये पहली बड़ी कार्रवाई की है. बता दें कि राज्यपाल ही बिहार के विश्वविद्यालयों के प्रमुख यानि कुलाधिपति भी होते हैं. आर्लेकर से पहले बिहार के राज्यपाल रहे फागू चौहान के समय सूबे के यूनिवर्सिटी के भ्रष्टाचार का केंद्र बन जाने की चर्चा आम थी. हद ये कि बिहार से अपने तबादले के बाद भी फागू चौहान ने न सिर्फ एक यूनिवर्सिटी में कुलपति की नियुक्ति की बल्कि कई रजिस्ट्रार का ट्रांसफर भी कर दिया था. इनमें बडे पैमाने पर खेल होने की भी चर्चा आम है. राजभवन सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक भ्रष्टाचार की शिकायत पर ही ये कार्रवाई की गयी है. राजभवन से जारी नये पत्र में कहा गया है कि पूर्व राज्यपाल फागू चौहान के समय नियुक्ति और पदस्थापित कुलसचिव के सभी कार्यों पर अगले आदेश तक तत्काल प्रभाव से रोक लगायी जाती है. सभी कुलपति को इसका अक्षरशः पालन करने का निर्देश दिया गया है.
राजभवन से जारी पत्र में तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के वित्त पदाधिकारी के कार्य एवं कर्तव्य निर्वहन पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाने का भी आदेश दिया गया है. राजभवन ने कहा है कि वित्त पदाधिकारी यानि F.O. कौलेश्वर प्रसाद साह के सभी कार्यों पर अगले आदेश तक तत्काल प्रभाव से रोक लगायी जाती है. वहीं एक औऱ पत्र जारी कर भागलपुर विश्वविद्यालय के वित्तीय परामर्शी कैलाश राम के सभी कार्यों पर अगले आदेश तक तत्काल प्रभाव से रोक लगाने का आदेश दिया गया है. बता दें कि फागू चौहान ने बिहार से अपने ट्रांसफर के बाद 15 मार्च को दोनों की नियुक्ति की थी.