RANCHI : निलंबित चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम की करोड़ों की संपत्ति ईडी बुधवार को जब्त करेगी। इसकी तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं। वीरेंद्र राम पर अपने पद का दुरुपयोग कर सवा सौ करोड़ से अधिक की चल-अचल संपत्ति अर्जित करने का आरोप है। जिसके बाद अब आज ईडी इनकी संपत्ति को जब्त करेगी। यही ही नहीं, वीरेंद्र राम के साथ-साथ उनके करीबी रिश्तेदार आलोक रंजन पर भी बहुत जल्द चार्जशीट दायर की जाएगी। इसकी भी तैयारी लगभग पूरी है।
बताया जा रहा है कि,वीरेंद्र राम के पास रांची, जमशेदपुर और दिल्ली में करीब आधा दर्जन से अधिक आलीशान बंगले हैं, जिसे ईडी बुधवार को जब्त करेगी। वीरेंद्र राम उनकी पत्नी, पिता और रिश्तेदारों के बैंक खातों को ईडी ने पहले ही फ्रीज करा दिया था। अब ईडी उसकी भी विधिवत जब्ती करेगी, ताकि वीरेंद्र राम के रिश्तेदार उसका उपयोग न कर पाएं। वीरेंद्र राम की काली कमाई से अर्जित संपत्तियां ईडी की एडजुकेटिंग अथॉरिटी की सहमति के बाद सरकारी घोषित हो जाएंगी।
मालूम हो कि, ईडी की छापेमारी के बाद वीरेंद्र राम की चल और अचल संपत्तियों के बारे में जो जानकारियां सामने आई हैं उसके मुताबिक, वीरेंद्र राम, उनकी पत्नी और पिता के नाम करोड़ों की अचल संपत्तियां है। इन संपत्तियों में बंगले, प्लॉट और फ्लैट शामिल हैं। वीरेंद्र राम की अधिकतर संपत्तियां रिहायशी इलाकों में हैं, जिनकी कीमत करोड़ों में है। बंगले, प्लॉट और फ्लैट के साथ वीरेंद्र राम के पास कई लग्जरी गाड़ियां भी हैं, जिनकी कीमत लाखों में है। ये गाड़ियां वीरेंद्र राम, उसकी पत्नी और बेटे के अलावा लिमिटेड कंपनियों के नाम रजिस्टर्ड हैं।
आपको बताते चलें कि, ईडी ने 21 फरवरी को वीरेंद्र राम से ठिकानों पर छापेमारी की थी। छानबीन में पता चला कि वीरेंद्र कुमार राम और उनकी पत्नी राजकुमारी देवी के संयुक्त बैंक खाते में 2014-15 से 2018-19 के बीच विभिन्न स्रोतों से 9.30 करोड़ रुपये जमा किए गए हैं। इसके अलावा वीरेंद्र राम के पिता गेंदा राम के खाते में 21 दिसंबर 2022 से 23 जनवरी 2023 के बीच 4.5 करोड़ रुपये जमा हुए है। ये सभी राशियां वीरेंद्र राम के चार्टर्ड अकाउंटेंट मुकेश और मोहित मित्तल के कर्मियों और संबंधियों के खातों से स्थानांतरित की गई थी।