RANCHI : सेना की जमीन घोटला मामले में सोमवार को रांची के सब रजिस्टार वैभव मणि त्रिपाठी ईडी कार्यालय में पेश हुए हैं। वैभव मणि त्रिपाठी को ईडी ने समन भेजकर 1 मई को ईडी दफ्तर में पेश होने को कहा था। जिसके बाद आज यह अपने सहयोगी के साथ अपने हाथ में मोटे रजिस्टर और फाइल लेकर ईडी ऑफिस पहुंचे।इनसे सेना के कब्जे वाली 4.55 एकड़ जमीन की फर्जी दस्तावेज के आधार पर खरीद-बिक्री मामले में पूछताछ की जाएगी।
दरअसल, सेना जमीन बजरा के खाता संख्या 140 व चेशायर होम रोड में एक एकड़ जमीन की रजिस्ट्री के मामले में ईडी रांची के डिप्टी रजिस्ट्रार वैभव मणि त्रिपाठी से एक मई को पूछताछ प्रस्तावित था। त्रिपाठी पूर्व से ही ईडी की रडार पर रहे हैं। नवंबर में पहली बार ईडी की टीम ने वैभव के ठिकानों पर छापेमारी की थी। इसके बाद आज वो ईडी कार्यालय पहुंचे। ईडी के अधिकारी सब रजिस्टार वैभव मणि त्रिपाठी से सेना के कब्जे वाली 5 एकड़ जमीन के फर्जी दस्तावेज बनाकर खरीद बिक्री मामले में पूछताछ कर रहे हैं।
मालूम हो कि वैभव मणि त्रिपाठी पर यह आरोप है कि, उन्होंने सेना की जमीन को बेचने के लिए बिक्री पट्टे को फर्जी बताते हुए रद्द कर दिया था। जमीन को मूल रैयतों के द्वारा वर्ष 2019 में बेचा गया था, लेकिन सब रजिस्टार वैभव मणि त्रिपाठी के द्वारा उसे रद्द करने का प्रस्ताव तैयार कर ऊपर के अधिकारियों को भेजा गया था। वैभव मणि त्रिपाठी पर सेना की जमीन सहित शहर के कई जमीनों का गलत पट्टे बनाने का भी आरोप है।
आपको बताते चलें कि, इसी मामले में वैभव मणि त्रिपाठी अलावा त्रिदीप मिश्रा, छवि रंजन और विष्णु अग्रवाल से भी पूछताछ की जाएगी। पूरे मामले पर दक्षिणी छोटा नागपुर के तत्कालीन कमिश्नर नितिन मदन कुलकर्णी ने भी सब रजिस्टार वैभवमणि त्रिपाठी के ऊपर गलत तरीके से पेपर बनाने की जांच की थी।जिसमें इनकी संलिप्ता भी पाई गई थी।